गोरखनाथ मन्दिर पर आक्रमण करनेवाले मुर्तझा के विदेश में इस्लामी संस्थाओं से सम्बन्ध !

भारत के क्रमांक २ के अभियांत्रिकी महाविद्यालय से शिक्षित धर्मांध के इस कृत्य से ‘धर्माधों ने कितना भी उच्च शिक्षण लिया हो, तो भी उनकी जिहादी मानसिकता जाती नहीं और उन्हें धर्म ही महत्व का होता हैं’; यह सिद्ध होता हैं ।

कोरोना समाप्त नहीं हुआ, वह कभी भी वापिस आ सकता है ! – प्रधानमंत्री मोदी

कोरोना एक बहुत बडा संकट था, और यह संकट समाप्त हुआ है, ऐसा हम कह ही नहीं सकते । अब भले ही वह न हो, परंतु `वह पुन: कब आएगा’, यह हमे पता नहीं है ।

जे.एन.यू. में श्रीरामनवमी की पूजा को लेकर अभाविप तथा साम्यवादी छात्रों के बीच मारपीट !

जे.एन.यू. विश्वविद्यालय में राष्ट्रद्रोही तथा हिंदुद्वेषी विचारधारा के छात्र एवं शिक्षकों की संख्या अधिक है। कांग्रेस के राज में इस प्रकार के लोगों को प्रोत्साहीत किया जाता था । अब भाजपा के राज में उन का तीव्र विरोध होने लगा है ।

ऊना (हिमाचल प्रदेश) में कट्टरपंथियों द्वारा १५ वर्षीय लडकी की हत्या !

लोगों को लगता है कि प्रदेश की भाजपा सरकार ऐसा प्रयत्न करे, जिससे ऐसे वासनांध कट्टरपंथियों को अदालत में स्पीडी ट्रायल के माध्यम से मृत्युदंड दिलवाया जा सके !

कुतुबमीनार पूर्व के विष्णु मंदिर का ‘गरुड स्तंभ’ होने से हिन्दुओं को सौंपा जाए ! – विश्व हिन्दू परिषद

वास्तव में ऐसी मांग ही करनी न पडे, अत: केंद्र सरकार स्वयं ही खरा इतिहास देश के सामने रखकर ‘गरुड स्तंभ’ हिन्दुओं के नियंत्रण में दे !

बिहार में पूरे ५०० टन वजन के फौलादी (इस्पाती) पुल को विघटित कर सामग्री की चोरी !

यदि ऐसा है, तो सरकारी विभाग में हो रहा भ्रष्टाचार किस स्तर पर पहुंच गया है, इसकी कल्पना की जा सकती है । ऐसे भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों को पदच्युत कर उन्हें आजन्म कारावास का दंड क्यों न दिया जाए ?

देश के ७७५ में से १०२ जिलों में हिन्दू अल्पसंख्यक !

हिन्दुओं को जिलावार अल्पसंख्यक घोषित कर दिया जाए, तो उन्हें अनेक योजनाओं का लाभ मिल सकता है !

हिन्दू युवक से विवाह करने पर, युवक को मुसलमान युवती के परिवार ने पीटा !

सामान्यतः मुसलमान युवक जब हिन्दू महिलाओं से विवाह करते हैं तथा हिन्दू उसका विरोध करते हैं, तब मुसलमानों का तुष्टीकरण करने वाले धर्मनिरपेक्षतावादी अब क्यों नहीं बोलते ?

…तो श्री राम, श्रीकृष्ण की जयंती पर छुट्टी क्यों नहीं ?

हिन्दुओं को लगता है कि, ऐसा प्रश्न निर्माण होने के पूर्व ही केंद्र की भाजपा सरकार को इस दिशा में प्रयास करने चाहिए थे ! कम से कम अब तो प्रयास किए जाएंगे, ऐसी अपेक्षा है !