कुतुबमीनार पूर्व के विष्णु मंदिर का ‘गरुड स्तंभ’ होने से हिन्दुओं को सौंपा जाए ! – विश्व हिन्दू परिषद

वास्तव में ऐसी मांग ही करनी न पडे, अत: केंद्र सरकार स्वयं ही खरा इतिहास देश के सामने रखकर ‘गरुड स्तंभ’ हिन्दुओं के नियंत्रण में दे ! – संपादक

नई देहली – यहां कुतुबमीनार क्षेत्र में स्थित श्री गणेशजी की मूर्ति स्थलांतरित कर संग्रहालय में रखने की मांग की गई थी । इस पृष्ठभूमि पर विश्व हिन्दू परिषद के कुछ पदाधिकारियों का यहां आना हुआ और उन्होंने मांग की है कि ‘‘कुतुबमीनार हिन्दुओं के नियंत्रण में देकर वहां हिन्दुओं को पूजा करने की अनुमति दी जाए ।’ उन्होंने आगे कहा है कि ‘‘यदि मांग को मान्यता नहीं मिलती है, तो न्यायालय में आवाहन किया जाएगा ।’’

विहिंप के प्रवक्ता श्री. विनोद बंसल ने कहा है कि ‘‘कुतुबमीनार किसी विदेशी व्यक्ति द्वारा नहीं बनाया गया है । वह हिन्दुओं के श्रीविष्णु मंदिर का ‘गरुड स्तंभ’ है, जिसे ‘विष्णु स्तंभ’ भी कहा जाता है ।’’ इस विष्णु मंदिर के साथ यहां के अन्य २७ मंदिर तथा जैन मंदिर तोडकर, इस क्षेत्र में मीनार एवं मस्जिद बनाई गई है । इस स्तंभ एवं यहां की भीत (दीवारों) पर उत्कीर्ण देवी-देवताओं की मूर्तियां इस वास्तविकता की साक्षीदार हैं ।