अयोध्या में मुसलमान श्रद्धालुओं ने किए श्रीरामलला के दर्शन !

दीर्घ प्रतीक्षा के उपरांत यहां भव्य एवं दिव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण हुआ है तथा गर्भगृह में श्रीरामलला विराजमान हुए हैं । मुसलमान श्रद्धालु भी श्रीरामलला के दर्शन के लिए वहां पहुंचे हैं ।

श्री रामलला विराजमान !

रामभक्त जिस क्षण की विगत ५०० वर्षों से प्रतीक्षा कर रहे थे, उस क्षण का २२ जनवरी को दोपहर १२ बजकर २९ मिनट पर केवल देश के ही नहीं, अपितु समस्त विश्व के करोडों लोगों ने अनुभव किया !

समारोह को सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी की आध्यात्मिक उत्तराधिकारीणियों की वंदनीय उपस्थिति !

इस अवसर पर इन दोनों उत्तराधिकारिणियों ने ‘श्रीराम की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा के समारोह में सम्मिलित होने का अवसर मिला’, इस हेतु श्रीराम के प्रति कोटि-कोटि कृतज्ञता व्यक्त की ।

Kashi Vaidik Education : काशी में दक्षिण भारत का सबसे बडा वेद विद्या का केंद्र निर्माण किया जाएगा ! – वी. एस. सुब्रह्मण्यम

मणि ने आगे कहा कि, इस केंद्र में २ योजनाओं के अंतर्गत वेदविद्या पढाई जाएगी । पहली पूर्णसमय वेद विद्या योजना होगी ।

Inter-Religious Marriages : कानूनन प्रक्रिया पूर्ण किए बिना अंतर-धार्मिक विवाह करनेवाले ८ दंपत्तियों को सुरक्षा देने से इलाहाबाद उच्‍च नयायालय ने मना किया !

८ में से ५ मुसलमान युवकों ने हिन्‍दू युवतियों से तथा ३ हिन्‍दू युवकों नें मुसलमान युवतियों से विवाह किया था ।

स्वामी करपात्रीजी के विचारों पर चलकर ही रामराज्य संभव

स्वामी करपात्रीजी महाराज की प्रतिमा का भव्य अनावरण
प्रयागराज से अयोध्या का पावन मार्ग हो मांसाहार मुक्त

Anti-Drone System Ayodhya : श्रीराम मंदिर की सुरक्षा के लिए ड्रोन विरोधी तंत्र का उपयोग किया जाएगा !

उत्तर प्रदेश पुलिस इजरायल से १० ड्रोन विरोधी तंत्र क्रय करेगी !

ज्ञानवापी के प्रकरण में भारतीय पुरातत्व विभाग का ब्योरा निर्णायक प्रमाण नहीं ! – ‘ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड’

ज्ञानवापी प्रकरण में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग का ब्योरा निर्णायक साक्ष्य नहीं, ऐसा दावा ‘ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड’ ने किया है ।

Swami Jitendranand Saraswati : जब तक हिन्दुओं को ज्ञानवापी नहीं मिलती, तबतक अन्न ग्रहण नहीं करूंगा ! – स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती

आज से वे दिन में केवल सवा लीटर दूध का सेवन करेंगे ।

Gyanvapi Case : ज्ञानवापी में खुदाई कर अधिक प्रमाण जुटाने हेतु हिन्दू पक्ष न्यायालय से अनुरोध करेगा !

ज्ञानवापी के संबंध में सच्चाई क्या है, इसे वैज्ञानिकदृष्टि से सिद्ध करना ही हमारा उद्देश्य है, ऐसा हिन्दू पक्ष का कहना है ।