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सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) – जिले के घटमपुर गांव में पुलिस द्वारा बंदी बनाए गए नशीले पदार्थ तस्कर जावेद को छुडाने के लिए मुसलमानों की भीड द्वारा पुलिस पर आक्रमण करने की घटना हाल ही में हुई । इस आक्रमण में महिला पुलिसकर्मियों को भी लक्ष्य किया गया । पुलिस पर आक्रमण करने वालों में कुछ बुरखाधारी महिलाओं का भी समावेश था । आक्रमणकारियों ने पुलिस पर लाठी-डंडों से आक्रमण किया और पत्थर भी फेंके । पुलिस के वाहनों की तोडफोड कर उनकी वर्दी फाडी गई । साथ ही पुलिस की आंखों में मिर्ची पाउडर फेंक कर जावेद को पुलिस के चंगुल से छुडाया । इस हिंसा में सहभागी ३ महिलाओं सहित कुल ६ आरोपियों को पुलिस ने बंदी बनाया है । शेष आक्रमणकारी फरार हैं, पुलिस उन्हें खोज रही है । (मुसलमानों की भीड में फंसने के उपरांत जहां पुलिस ही कुछ नहीं कर पाती, वहां सर्वसाधारण हिन्दुओं की क्या स्थिति होती होगी, इसका विचार नहीं कर सकते । सभी ओर के मुसलमान हमेशा आक्रमण की तैयारी में ही होते हैं, यही ऐसी घटनाओं से बारंबार सिद्ध होता है ! – संपादक)
सहारनपुर जिले में नकुड पुलिस थाने की सीमा के घटमपुर गांव में नशीले पदार्थों के तस्कर जावेद के छुपकर बैठने की जानकारी पुलिस को मिली । पुलिस निरीक्षक नरेंद्र भदाना तत्काल पुलिसबल सहित घटमपुर पहुंचे । जावेद को पुलिसबल ने पकडा । पुलिसबल के कानूनी कार्यवाही में व्यस्त रहते समय अचानक जावेद ने ऊंची आवाज में चिल्लाकर लोगों को इकट्ठा करना चालू किया । जावेद के गांव के मुसलमान घटनास्थल पर पहुंचे । जावेद को छुडाने के लिए उन्होंने पुलिस से गाली-गलौज कर उन पर आक्रमण किया, और जावेद को पुलिस के चंगुल से छुडा लिया ।
इस घटना के उपरांत पुलिस ने कठोर भूमिका ली है । पुलिस अधीक्षक देहत सागर जैन के नेतृत्व में आक्रमणकारियों पर कार्यवाही करने के लिए पुलिसबल तैयार किए गए हैं । इस प्रकरण में अभी तक ६ आरोपियों को बंदी बनाया गया है । बंदी बनाए गए आरोपियों को न्यायालय में उपस्थित कर उन्हें कारागृह में ले जाया गया है ।
संपादकीय भूमिका
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