पूरे ३१ वर्ष उपरांत आतंकवादी बिट्टा कराटे के विरुद्ध श्रीनगर के न्यायालय में याचिका प्रविष्ट !

जो कार्य अब तक के सर्वदलीय शासनकर्ताओं को करना चाहिए था, उसे एक चलचित्र ने कर दिखाया । यह परिस्थिति देश के लिए लज्जास्पद !

जब किसी समाज पर वर्ष दर वर्ष अन्याय होता है, तो उसमें कभी न कभी उद्रेक होता ही है !

पेजावर मठ के विश्व प्रसन्नन तीर्थ स्वामी जी ने मुसलमान व्यापारियों के प्रतिनिधि मंडल को फटकार लगाई !

असम की स्थिति कश्मीर जैसी नहीं होगी, इसके लिए मुसलमान हिन्दुओं को आश्वस्त करें !

क्या अभी तक असम के किसी मुख्यमंत्री ने इतनी कठोरता से मुसलमानों को सुनाया था ? असम के हिन्दुओं की रक्षा करने के लिए सरमा कठोर कदम उठाएं, यही हिन्दुओं की भावना है !

कश्मीरी हिन्दुओं पर किए गए अत्याचारों के लिए कश्मीरी मुसलमानों को उनसे हाथ जोडकर क्षमा मांगनी चाहिए !

केवल हाथ जोडकर क्षमा मांगने से कुछ नहीं होगा और कश्मीरी मुसलमान ऐसी क्षमा मांगेंगे, इसकी भी संभावना नहीं है । इसलिए अब केंद्र सरकार को ही अब प्रधानता लेकर इन अत्याचारों में संलिप्त मुसलमानों को दंड मिलने हेतु प्रयास करने चाहिए, तभी जाकर वास्तव में कश्मीरी हिन्दुओं को न्याय मिलेगा !

रशिया-यूक्रेन के युद्ध पर बोलनेवाले कश्मीर में हिन्दुओं पर हुए अत्याचारों पर क्यों नहीं बोलते ? – प्रा. रेणुका धर बजाज, देहली विश्वविद्यालय

३२ वर्ष पूर्व भारत के एक राज्य में हिन्दुओं के साथ क्या हुआ ?, यह भारतीयों को अभी तक यह ज्ञात नहीं हैै । वास्तव में, भारत के हिन्दुओं ने कश्मीरी हिन्दुओं के लिए कुछ नहीं किया; इसलिए अब तो हिन्दुओं को जागृत होकर कश्मीरी हिन्दुओं को न्याय दिलाना चाहिए ।

साधना करने के कारण दिव्य कार्य होने से स्वयं के साथ समाज को भी साधना के लिए प्रवृत्त करना आवश्यक ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

सनातन संस्था प्रभावशाली पद्धति से अध्यात्मप्रसार का कार्य कर रही है, साथ ही एस.एस.आर.एफ. द्वारा किया जा रहा शोधनिबंध तैयार करने का कार्य देखकर ऐसा लगता है कि समाज निश्चित रूप से धर्माचरण करने के लिए प्रेरित होगा ।

तनावमुक्ति के लिए बाह्य साधना के साथ-साथ आंतरिक साधना करना आवश्यक ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

उधम सिंहनगर के रुद्रपुर स्थित उत्तराखंड पुलिस की ४६ वीं बटालियन के अधिकारी एवं कर्मचारियों के लिए ‘सुखी जीवन हेतु तनावमुक्ति’ विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था । इस कार्यशाला को संबोधित करते समय सद्गुरु डॉ. पिंगळेजी बोल रहे थे ।

तृतीय विश्व युद्ध के दुष्प्रभाव से बचने का एक प्रभावी माध्यम है, नियमित अग्निहोत्र करना – श्री. शंभू गवारे, पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत राज्य समन्वयक, हिन्दू जनजागृति समिति

‘अग्निहोत्र’ प्रदूषण नष्ट कर वातावरण को आध्यात्मिक रूप से शुद्ध करती है । जो व्यक्ति यह पवित्र अग्निहोत्र विधि करते हैं, उनका तनाव कम होता है, ऊर्जा बढती है, ऐसे कई लाभ होते हैं । अग्निहोत्र की राख पौधों में डालने से भी लाभ होता है ।

मेरा कोई धर्म नहीं है”, ऐसा लिखकर देने वाली, जन्म से मुसलमान नर्तकी को मंदिर में भरतनाट्यम नृत्य करने की अनुमति नहीं !

प्रत्येक मंदिर की एक आचार संहिता होती है । किसे क्या करना है और कहां करना है, इसके संबंध में नियम हैं । उनका पालन करना सभी के लिए अनिवार्य है !

भारत बनेगा ‘ग्रीन हायड्रोजन’ निर्यात करनेवाला देश !- केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी

इस गाडी का नाम ‘मिराई’ है, ‘मिराई’ का अर्थ है भविष्य ! केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि यह गाडी शीघ्र ही भारत में आएगी तथा इससे देश में बडी क्रांति आएगी ।