रामकृष्ण परमहंस एवं स्वामी विवेकानंद के विषय में आक्षेपार्ह विधान करने पर ‘इस्कॉन’के धार्मिक नेता अमोघ लीला दास को बनाया बंदी !
अमोघ लीला दास ने अपने विधान के लिए क्षमा मांगी है ।
अमोघ लीला दास ने अपने विधान के लिए क्षमा मांगी है ।
तृणमूल कांग्रेस सरकार विसर्जित कर वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना ही बंगाल में हो रही इन घटनाओं पर एकमेव उपाय है ! ऐसी हत्या अन्य पक्षों के कार्यकर्ताओं की भाजपा सरकार के राज्यों में हुई होती, तो अब तक अन्य पक्षों ने आकाशपाताल एक कर दिया होता !
बंगाल में राष्ट्रपति शासन कब लागू होगा ?
बंगाल की ‘हिन्दू समाज पार्टी’ की ओर से श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास को पत्र भेजकर विरोध
इससे स्पष्ट होता है कि, बंगाल सरकार संविधान के अनुसार निर्णय नहीं लेती है । ऐसी सरकार को बर्खास्त कर वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना ही योग्य होगा !
पंचायत स्तर के चुनावों के लिए केंद्रीय बल को तैनात करना पडता है, यह तथ्य स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति कितनी बिगड चुकी है । इसलिए केंद्र सरकार को बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए !
बंगाल में पंचायत चुनाव की घोषणा होने के दिन से वहां हिंसा चालू हुई है । १७ जून के दिन केंद्रीय मंत्री निशित प्रमाणिक के वाहन काफिले पर आक्रमण किया गया ।
ऐसे लेनदेन में पैसे का स्रोत महत्त्वपूर्ण सिद्ध होता है; परंतु निर्णायक नहीं ! कोलकाता उच्च न्यायालय ने एक प्रकरण की सुनवाई के समय ऐसा कहा ।
एक-दूसरे पर बम फेंककर हिंसा करनेवाली पार्टी राज्य में यदि सत्तारूढ है, तो यह लोकतंत्र के लिए कलंक ! स्वयं को लोकतंत्र के सेवक समझनेवाले अब तृणमूल कांग्रेस कर रही इस हिंसा के संदर्भ में क्यों नहीं बोलते ?
बंगाल में लोकतंत्र के नाम पर तृणमूल कांग्रेस सरकार द्वारा हुकुमशाही ही चल रही है, वे ही आतंक निर्माण कर रहे हैं ! ऐसी सरकार को शीघ्र से शीघ्र विसर्जित करना आवश्यक है !