जालंधर के ‘लवली प्रोफेशनल विद्यापीठ’ में छात्र की आत्महत्या !

आत्महत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस का लाठीचार्ज !

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की ६० छात्राओं के स्नान करते हुए वीडियो सामाजिक माध्यमों तीव्रगति से प्रसारित !

विश्वविद्यालयों में छात्र केवल शिक्षित होते हैं, किन्तु उन्हें योग्य पद्धति से संस्कारित नहीं किया जाता, फलस्वरूप वे अधोगति की ओर जा रहे हैं ! इस स्थिति में आमूलाग्र बदलाव करने के लिए विद्यार्थियों को बाल्यावस्था से ही साधना सीखना आवश्यक है !

कट्टरपंथियों द्वारा ब्रेनवॉश किए जाने से पत्नी और बच्चों के इस्लाम में परिवर्तित होने के उपरांत हताश पति ने किया आत्महत्या का प्रयास

धर्मपरिवर्तन के कारण हिन्दुओं के परिवार विघटित न हों, इसके लिए हिन्दुओं के धर्मपरिवर्तन का प्रयास करने वाले धर्मांधों को कठोर दंड देने के लिए सरकार  को कदम उठाने चाहिए !

षड्यंत्र प्रमाणों के साथ हुआ उजागर !

इंग्लैंड की न्यायव्यवस्था ने भी धर्म पर हो रहे ‘लव जिहाद’ का आक्रमण पहचानकर दोषियों को दंड दिया, साथ ही वहां की जनता ने भी उसके विरुद्ध संगठित होकर आंदोलन चलाया ।

तापमान के बढने से विश्व की आधी जनसंख्या सामूहिक आत्महत्या के मार्ग पर ! – संयुक्त राष्ट्र की चेतावनी !

प्रगति के नाम पर पर्यावरण का ह्रास करने का यह दुष्परिणाम है । प्रहार करने से प्रकृति अपना रूप दिखा ही देती है, यह बात मानव के ध्यान में आए एवं वह प्रकृति के अनुकूल वर्तन करे, वह सुदिन होगा !

‘हैम्लेट, गलिव्हर्स टैवल्स व पर्स्युएशन’ उपन्यास पढने से विद्यार्थीयों में आते है आत्महत्या के विचार !

गत अनेक दशकों से महत्त्व मिले ऐसे साहित्यों का वास्तविक स्वरूप अब सामने आया, ये भी क्या कम है !

पाकिस्तान पाक अधिकृत कश्मीर का गिलगिट-बाल्टिस्तान चीन को देने की तैयारी में !

ऐसा होने पर भारत को चीन से होने वाला संकट (खतरा) और बढेगा । ऐसे खुरापाती पाकिस्तान को भारत कैसे पाठ (सबक) पढाने वाला है ?

‘स्मार्टफोन’ आत्महत्या का कारण बन रहा है ! – शोध

जिस विज्ञान का निर्माण मनुष्य को सुविधा उपलब्ध कर उनका जीवन सरल बनाने के लिए किया गया, वही मनुष्य के अन्त का कारण सिद्ध हो रहा है ! नि:संशय ही यह विज्ञान का पराभव है । विज्ञान का गुणगान करनेवाले यह स्वीकार करेंगे क्या ?

पाश्चात्य संगीत : प्राणों से खिलवाड !

नांदेड के मुदखेड तालुका का एक युवक व्यसनाधीन था । इससे उसकी पढाई छूट गर्स और वह निराशाग्रस्त हो गया । ऐसी निराशाग्रस्त अवस्था में उसने मूल हंगेरियन भाषा का गाना ‘ग्लूमी संडे’ (खिन्न रविवार) का हिन्दी रूपांतर सुना । यह गाना सुनने के पश्चात उसका बचा-खुचा मानसिक संतुलन भी धराशायी हो गया ।

दक्षिण कोरिया की ७३% आबादी तनाव में है, वे शांति पाने के लिए पैसा व्यय कर रहे हैं !

शांति पाने के लिए योग्य साधना करनी चाहिए, यह बात कोरिया के लोगों को ध्यान में लेनी चाहिए !