दक्षिण कोरिया की ७३% आबादी तनाव में है, वे शांति पाने के लिए पैसा व्यय कर रहे हैं !

शांति पाने के लिए योग्य साधना करनी चाहिए, यह बात कोरिया के लोगों को ध्यान में लेनी चाहिए ! – संपादक


सियोल (दक्षिण कोरिया) – दक्षिण कोरिया के नागरिक, कोरोना महामारी की लंबी अवधि एवं काम के दबाव से ऊब चुके हैं । एक सर्वेक्षण के अनुसार, ७३ प्रतिशत जनसंख्या स्वयं को तनावग्रस्त मानती है । औद्योगिक क्षेत्र में आत्महत्या की दर में, दक्षिण कोरिया संसार में ऊपरी क्रमांक पर है । ऐसे समय, लोग पैसा व्यय कर शांति पाने का प्रयास कर रहे हैं । उन्होंने इसी समस्या को ‘हीटिंग मंग’ नाम दिया है ।

१. ‘हीटिंग मंग’ इस संस्कृति में, लेखनी अथवा कागज जैसी कोई वस्तु साथ में नहीं रखते हैं । इसके अंतर्गत, समुद्र अथवा नदी के किनारे स्थित किसी जलपान गृह में बैठकर प्रकृति का दृश्य देखते रहते हैं । इस स्थान पर शांति के कठोर नियम हैं । कई चलचित्र गृहों में ४० मिनट का चलचित्र दिखाया जाता है ।

२. हैप्पीटारी फाउंडेशन ने गंगवोन राज्य में एक कारागृह का निर्माण किया है । लोग यहां बिना लेखनी एवं कागज के ४८ घंटे रह सकते हैं । संगठन के प्रवक्ता वू सुंग-हून ने कहा है कि, “लोग यहां स्वयं का सामना करने आते हैं । स्वयं से प्रश्न पूछकर आनंद प्राप्त करते हैं । बिना किसी अवरोध के एकांत में रहने का अनुभव उन्हें भविष्य के लिए सिद्ध रहने की शक्ति देता है ।”

३. एक प्रतिष्ठान में काम करने वाली ३९ वर्षीय हान ये-जंग ने कहा है कि, “प्रतिष्ठान संघर्ष कर रहे हैं । पति-पत्नी में पैसों के कारण चिंता है । प्रत्येक व्यक्ति निराशा के सागर में डूबा है । लोगों को निराशा की खाई से बाहर निकालने के लिए, ‘हीटिंग मंग’ संस्कृति लोकप्रियता प्राप्त कर रही है । लोग परिवार के बाहर शांति का शोध कर रहे हैं ।”