चेहरे पर भारत का राष्ट्रध्वज बनाने से युवती को पंजाब के सुवर्ण मंदिर में प्रवेश नहीं मिला ।
पंजाब में अलगाववाद किस स्तर तक पहुंच गया है, यह ध्यान में आता है । केंद्र सरकार ने समय रहते ही ऐसे सभी अलगाववादी तत्त्वों पर कठोर कार्यवाही नहीं की, तो परिस्थिति हाथ के बाहर जाने की ही संभावना अधिक है !