‘अमृतपाल के सहयोगियों को २४ घंटे में मुक्त करें !’ -‘शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति’
खालिस्तानवादी ‘शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति’ की चेतावनी !
खालिस्तानवादी ‘शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति’ की चेतावनी !
यहां के सैक्रामेंटो क्षेत्र के सिख गुरुद्वारा के सामने हुई गोलीबारी में २ लोग घायल हुए । घायल हुए लोगों की हालत चिंताजनक है ।
स्वयं को महासत्ता समझनेवाली अमेरिका में गिने-चुने खालिस्तानी भारत के दूतावास के बाहर प्रदर्शन करते हैं, साथ ही पत्रकार की पिटाई भी करते हैं, यह अमेरिका के लिए लज्जाजनक !
‘इतना सब हो गया, तबतक भारत का सुरक्षा तंत्र क्या कर रहा था ?’ सामान्य जनता के मन में ऐसा प्रश्न उपस्थित होना स्वाभाविक है !
फ्रान्सिस्कोस्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास पर खालिस्तानवादियों के आक्रमण की अमेरिका ने निंदा की थी ।
अमृतपाल सिंह युवकों को आत्मघाती आक्रमण के लिए तैयार कर रहा था ।
खलिस्तानी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के मुखिया अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने जालंधर के नकोदरा भाग में पकड लिया है, यह समाचार १८ मार्च को सभी समाचार माध्यमों से प्रसारित हुआ था; परंतु इसकी पुष्टि पुलिस ने नहीं की थी और इनकार भी नहीं किया था ।
सरकार को लोकतंत्र में रहनेवालों तथा अपनी बात को प्रस्तुत करनेवालों को असंवैधानिक पद्धति से बंदी बनाने से स्वयं का रोकना चाहिए; क्योंकि पंजाब ने इसके पहले बहुत कुछ सहा है । ऐसा आवाहन श्री अकालतख्त साहिब के जत्थेदार (प्रमुख) ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने किया है
19 मार्च के दिन खालिस्तान के लिए ‘जनमत संग्रह 2020’ ( सिखों के लिए स्वतंत्र देश बनाए जाने के लिए मतदान) नाम से मतदान करवाया गया; इसमें केवल १०० सिखों द्वारा ही मतदान किए जाने की बात सामने आई है ।
खालिस्तानियों के राष्ट्र विरोधी आंदोलन को कुचलने का समय आ गया है, सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए !