
मॉस्को – जैसे-जैसे वैश्विक तनाव बढ रहा है, आने वाले दिनों में और अधिक देश परमाणु हथियार पाने का प्रयास कर रहे हैं । रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने कहा है कि विश्व तीसरे विश्व युद्ध के कगार पर खडा है । उन्होंने विश्व में बढती परमाणु हथियारों की दौड के लिए पश्चिमी देशों को उत्तरदायी ठहराया है । उन्होंने कहा कि पश्चिमी देश यूक्रेन में रूस के विरुद्ध गुप्त युद्ध छेड रहे हैं । विश्व में परमाणु हथियारों का संकट बढता जा रहा है और स्थिति विश्व युद्ध जैसी हो गई है । मेदवेदेव ने वर्ष २०१० में रूस और अमेरिका के बीच हुए ‘स्टार्ट’ समझौते पर चर्चा की । यह समझौता तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और तत्कालीन रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव के बीच दोनों देशों के बीच परमाणु हथियारों की होड को अल्प करने के लिए किया गया था । यह अनुबंध फरवरी २०२६ में समाप्त होनेवाला है ।
१. मेदवेदेव ने आगे कहा कि पश्चिमी देश रूस को निर्बल करने के लिए यूक्रेन का उपयोग कर रहे हैं । इसलिए रूस का मानना है कि देश की सुरक्षा के लिए परमाणु हथियार बनाए रखना आवश्यक है ।
२. फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स के अनुसार, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका विश्व की सबसे बडी परमाणु शक्तियां हैं । दोनों देशों के पास विश्व के लगभग ८८ प्रतिशत परमाणु हथियार हैं । इसके पश्चात चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, भारत, पाकिस्तान, इजरायल और उत्तर कोरिया का स्थान है ।