बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में गृहमंत्रालय के कानूनी सलाहकार का बयान
ढाका (बांगलादेश) – संयुक्त राष्ट्र संघ की शांतिसेना बांग्लादेश में नहीं भारत में भेजिए, यह बयान बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के गृह मंत्रालय सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (निवृत्त) जहांगीर आलम चौधरी ने दिया है । वे बांग्लादेश के नारायणगंज में आयोजित एक कार्यक्रम में पत्रकारों से बात कर रहे थे । बांग्लादेश में हिन्दुओं पर आक्रमण के कारण वहां संयुक्त राष्ट्र संघ की शांतिसेना तैनात करने की मांग बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया था । इसपर जहांगीर आलम ने उपर्युक्त बयान दिया था ।
🚨”Send United Nations peacekeeping forces to India, not Bangladesh” – Jahangir Alam Choudhury, Lieutenant General (Retd), Advisor to the Ministry of Home Affairs in Bangladesh’s Interim Government
🛑“Take out processions against India!” – Legal Advisor of the Interim Government… pic.twitter.com/deCVaJRG25
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) December 5, 2024
‘भारत के विरुद्ध मोर्चे निकालो !’ – अंतरिम सरकार के कानूनी सलाहकार असिफ नजरुल
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के कानूनी सलाहकार आसिफ नजरुल ने कहा कि आज सब राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई गई थी । इस बैठक में हम सबने बांग्लादेश की सार्वभौमिकता, स्वतंत्रता और प्रतिष्ठा की रक्षा करने की आवश्यकता पर सहमति दर्शाई है । भारत द्वारा बांग्लादेश के विरुद्ध जारी प्रचार का उत्तर देने के लिए मोर्चे, राजनीतिक सम्मेलन अथवा सुरक्षा सम्मेलन आयोजित करने का प्रस्ताव किया है ।
संपादकीय भूमिकाइस बयान से स्पष्ट होता है कि बांग्लादेशी कितने उन्मत्त हो गए हैं ! ऐसों को सीधा करने के लिए भारत अब शब्दों की नहीं, शस्त्रों की भाषा का उपयोग करे । ‘हिन्दुओं की रक्षा के लिए पाकिस्तान को कुचल न सकने वाला भारत, क्या बांग्लादेश को कुचल पाएगा ?’ ऐसा प्रश्न हिन्दुओं के मन में उठ रहा है ! |