माघ मेला : गंगास्नान धर्माशास्त्रानुसार करें !

वर्ष २०२४ में माघ मेला १५ जनवरी से आरंभ हो गया है । प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति के साथ इस मेले का आरंभ हो जाता है, जो महाशिवरात्रि के दिन स्नान करने के साथ समाप्त होता है ।

खुलकर बात करना एक महान औषधि है !

यदि मन में किसी भी प्रकार के विचार संगठित हुए, तो उसका परिणाम देह पर होता है तथा विभिन्न शारीरिक कष्ट आरंभ होते हैं । खुलकर बात करने से मन में इकट्ठा हुई भावनाओं को मार्ग मिलता है तथा मन हल्का होता है ।

श्रीराममूर्ति प्राणप्रतिष्ठा के कारण भारत की अर्थव्यवस्था को मिलेगी गति !

श्रीराम मंदिर के कारण अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय श्रेणी का हवाई अड्डा, अच्छी सडकें, अच्छे होटल तथा अनेक मूलभूत सुविधाओं की निर्मिति हुई है । व्यापारियों के संगठन ने बताया है कि ‘श्रीराम की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा के दिन ही ५० सहस्र करोड रुपए का निवेश हो सकता है’ ।

भारत का अलौकिक महत्त्व ध्यान में लाकर देनेवाली भगवान श्रीविष्णु की देह में विद्यमान सप्तस्थान भारत के सात मोक्षनगर !

‘अयोध्या’, मथुरा, मायापुरी (हरिद्वार), काशी (वाराणसी), कांचीपुरम्, अवंतिका (उज्जैन) एवं द्वारका ये भारत के सात मोक्षनगर हैं । इसमें ‘अयोध्या’ अग्रणी है ।

प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में राम मंदिर की स्थापना से सूक्ष्म स्तर पर होनेवाले परिणाम !

श्रीराम की कृपा के कारण समस्त हिन्दुओं में श्री दुर्गादेवी एवं हनुमान का तत्त्व जागृत होकर उनके द्वारा राष्ट्ररक्षा एवं धर्मजागृति का कार्य होगा

‘राम तांडव स्तोत्र’ के कारण लाखों कारसेवकों को मिला बल !

इस स्तोत्र का पाठ करके देखें । इसमें एक निराली ही ऊर्जा है । वही ऊर्जा जिसने क्रूर आक्रमणकारियों का नामोनिशान मिटा डाला । वही ऊर्जा जिसने लाखों कारसेवकों को बल प्रदान किया ।

रामराज्य की बेला…!

मंदिर के माध्यम से रामतत्त्व कार्यरत होगा तथा उसके लिए आध्यात्मिक प्रेरणा मिलेगी । अतएव रामभक्त अब अपनी उपासना की गति बढाएं तथा राष्ट्रोत्थान के कार्य में अभूतपूर्व योगदान देने के लिए संगठित रूप से समर्पित हो जाएं, तो रामराज्य की प्रभात दूर नहीं !

वामपंथी इतिहासकारों ने लोगों को भ्रमित किया ! – के.के. मोहम्मद, पूर्व निदेशक, भारतीय पुरातत्व विभाग

इस खुदाई में हमें मंदिर के स्तंभों के नीचे ईटों की एक रचना दिखी । मुझे मस्जिद की दीवार में मंदिर के स्तंभ दिखाई दिए । स्तंभ के निचले भाग में ११ वीं एवं १२ वीं शताब्दी के मंदिर में दिखनेवाले संपूर्ण कलश दिखाई दिए ।

श्रीराम मंदिर के निर्माणकार्य में महत्त्वपूर्ण एवं प्रस्तावित घटनाएं

९ नवंबर २०१९ को सर्वोच्च न्यायालय की ५ न्यायाधीशों की खंडपीठ ने राममंदिर के निर्माण हेतु रामजन्मभूमि की २.७७ एकड भूमि देने का निर्णय दिया ।

सभी हिन्दू मंदिर स्वतंत्र होंगे, उस दिन भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करने से कोई नहीं रोक सकता ! – पू. (अधिवक्ता) हरि शंकर जैनजी, सर्वाेच्च न्यायालय

रामजन्मभूमि के अभियोग (मुकदमे) में हिन्दू महासभा की ओर से सर्वाेच्च न्यायालय में पू. (अधिवक्ता) हरि शंकर जैनजी ने अभियोग लडा था । अयोध्या में निर्माण होनेवाले श्रीराम मंदिर और पुन: नए सिरे से बनाई जानेवाली बाबरी मस्जिद के विषय में उनके द्वारा प्रस्तुत भूमिका यहां दे रहे हैं ।