(इनकी सुनिए….) ‘मैं चुप नहीं बैठुंगा, मैं मोदी से नहीं डरता !’ – राहुल गांधी

‘मैं सावरकर नहीं, गांधी हूं; क्षमा नहीं मांगूंगा !’ – राहुल गांधी ने दुहाई दी

राहुल गांधी की ‍सांसदीय सदस्यता रद्द !

वर्ष २०१९ में कर्नाटक में आयोजित एक प्रचार सभा में गांधी ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए ‘सभी चोरों का उपनाम मोदी कैसे ?’, ऐसा प्रश्‍न उपस्थित किया था ।

मानहानि प्रकरण में राहुल गांधी को २ वर्ष का दंड !

वर्ष २०१९ में कर्नाटक की एक सार्वजनिक सभा में राहुल गांधी ने ‘सभी चोरों के नाम ‘मोदी’ ही क्यों होते हैं ?’, यह प्रश्न उठाया था । उस पर सूरत के मोदी समुदाय ने इस पर तीव्र आपत्ति दर्शाते हुए राहुल गांधी के विरुद्ध अभियोग प्रविष्ट किया था ।

हंगामे के कारण संसद का कामकाज दोपहर तक स्थगित !

लोकसभा में सत्ताधारी पार्टी के सांसदों की मांग है कि राहुल गांधी को लंदन में अपने लोकतंत्र विरोधी वक्तव्य देने के लिए क्षमा मांगनी चाहिए । विपक्ष दल ने इसका विरोध किया ।

(इनकी सुने) ‘केवल भारतीय लोकतंत्र के विषय में प्रश्न खडा किया; इसलिए मुझे देशद्रोही नहीं कहा जा सकता !’

इससे ‘कांग्रेस के लोगों में देशद्रोह इतना ठूस कर भरा है कि, उन्हें विदेश में जाकर देश का अपमान करना, यह भी देशद्रोह नहीं लगता’ यह इस घटना से ध्यान में आता है !

हमें बाबरी की नहीं, अपितु श्रीरामजन्मभूमि की आवश्यकता ! – असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा

हमें अब बाबरी मस्जिद की आवश्यकता नहीं है । हमें श्रीरामजन्मभूमि चाहिए, ऐसा वक्तव्य असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने यहां की प्रसारसभा में दिया । कर्नाटक राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा द्वारा प्रचार का आरंभ किया गया है ।

राहुल गांधी को और अधिक दायित्व के साथ अपने वक्तव्य प्रस्तुत करने चाहिए ! – रा.स्व.संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले

देश की विचारधारा बदलने की आवश्यकता है । भारत में हिन्दुत्व के विचारों को कुछ लोग विरोध करने का प्रयास कर रहे हैं । ऐसे समय उन्हें सच्चा इतिहास बताने की आवश्यकता है ।

लंदन में राहुल गांधी द्वारा किए वक्तव्य को लेकर सांसद में शोर !

सांसद के वित्तिय अधिवेशन में राहुल गांधी द्वारा लंदन में भारत के संदर्भ मे किए वक्तव्य को लेकर शोर मचाया गया । इसलिए दोपहर २ बजेतक सभागृह का कार्य स्थगित किया गया । तदुपरांत कामकाज आरंभ किए जाने पर भी वैसा ही शोर चल रहा था ।

‘भारत की संसद में विरोधी पार्टी के नेताओं के माइक बंद किए जाते हैं !’

विश्वभर में भारत की छवि मलिन करनेवाले ऐसे लोगों में ‘राष्ट्र भक्ति’ कितनी है ?’ यह स्पष्ट होता है ! ऐसी मानसिकता वाले लोगों से भरी कांग्रेस पार्टी ने सबसे लंबे समय तक भारत पर शासन किया, यह भारत के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है !

भारत-चीन सीमा पर भारत द्वारा सबसे बडे सैन्यबल की नियुक्ति ऐतिहासिक कदम है !

भारत के चुनावों में रुकावट लाने हेतु पश्चिमी राष्ट्रों ने अभी से कमर कसना आरंभ कर दिया है’, डॉ. जयशंकर ने इस वक्तव्य के माध्यम से ऐसा कहा है, यह ध्यान में लें !