Bogus Doctor : मुंबई में फर्जी मुस्‍लिम आधुनिक वैद्य (डॉक्‍टर) को बंदी बनाया !

५  वर्ष में किसी को कैसे पता नहीं चला कि यह डॉक्‍टर फर्जी है ?

प्रयोगशाला के परीक्षणों का प्रतिवेदन प्रस्तुत करें !

हलाल प्रमाण पत्र देने वाले इस्लामिक संगठनों को पुलिस का ज्ञापन !

Firing in Mazgaon Mumbai : मझगांव (मुंबई) में भय फैलाने के लिए गोलीबारी !

मुंबई में कानून-व्यवस्था की धज्जियां !
भय पुलिस का होना चाहिए, परंतु मुंबई की स्थिति ठीक इसके विपरीत है ! पुलिस अब तो भी मुंबई में अपनी धाक जमाए !

ताजमहल परिसर में मुसलमान पर्यटक द्वारा नमाज पढे जाने का हिन्दू महासभा ने किया विरोध !

ताजमहल हिन्दुओं की विरासत है, यह पुरातत्व विभाग घोषित क्यों नहीं करता ? केंद्र सरकार को इस संबंध में आगे आकर ताजमहल का सत्य विश्व को बताना चाहिए !

नूंह (हरियाणा) में पूजा करने के लिए जाने वाली हिन्दू महिलाओं पर धर्मांध मुसलमानों ने मस्जिद से पत्थर फेंके !

ऐसी मस्जिदों पर अब ताले लगाकर इन्हे बुलडोजर द्वारा गिराया जाए, ऐसी मांग किसी ने की, तो आश्चर्य न लगे !

छत्तीसगढ में मतदान के समय नक्सलियों ने किया पुलिस दल पर आक्रमण ! 

नक्सलवाद का संकट अब अपने अंतिम दिन गिन रहा है । अत: उस पर बलपूर्वक आक्रमण कर उसे नष्ट करना आवश्यक है !

मांडर (झारखंड) के ४ मंदिरों में देवताओं की मूर्तियों की तोडफोड; सहस्रों हिन्दू सडक पर !

तोडफोड करनेवालों को फांसी देने की मांग !

मादक पदार्थाें का व्यापार !

भारत में मादक पदार्थाें का व्यापार अल्प करने के लिए सरकार को तत्काल कदम उठाने चाहिए ! राष्ट्र को विकास एवं विश्वगुरु के स्तर पर ले जाने में जो अनेक चुनौतियां हैं, उनमें यह भी एक महत्त्वपूर्ण चुनौती है ।

महाराजगंज (उत्तर प्रदेश) में श्रीलक्ष्मी – गणेश मूर्ति के विसर्जन चलसमारोह को मुसलमानों ने मस्जिद के सामने रोका !

हिन्दू बहुसंख्यक देश में मस्जिद के सामने से हिन्दुओं का चलसमारोह ले जाने का विरोध करने वाले निधर्मीवादी नहीं, यह देश के निधर्मीवादी राजनीतिक नेता और आधुनिकतावादी बोलने का साहस कभी नहीं करते !

दाभोलकर-पानसरे हत्या की भटकी हुई जांच की कथा

इस पुस्तक में समाहित ‘जांच का एक अनुत्तरित प्रश्न : पिस्तौल गई कहां ?’, इस एक ही अध्याय से इस जांच में हो रही सामान्य लोगों की भी समझ में आनेवाली त्रुटियां सामने आती हैं । इन जांच संस्थाओं की यह जांच देखकर अक्षरशः ‘हंसे या रोएं ?’, यही समझ में नहीं आता ।