तमिलनाडु में नशीले पदार्थों की अंतर्राष्ट्रीय तस्‍करी करनेवाले द्रमुक के नेता जफर सादिक को बंदी बनाया गया !

इस प्रकरण में राज्‍य के मंत्री उदयनिधि स्‍टैलिन की भी जांच होगी

(द्रमुक अर्थात द्रविड मुन्‍नेत्र कडघम् – द्रविड प्रगति संघ)

लाल घेरे में आरोपी जफर सादिक

चेन्‍नई (तमिलनाडु) – नशीले पदार्थ नियंत्रण विभाग (एन.सी.बी.) एवं देहली पुलिस के संयुक्‍त दल ने तमिलनाडु के द्रविड मुन्‍नेत्र कडघम् पार्टी के नेता एवं चलचित्र निर्माता जफर सादिक को देहली से बंदी बनाया है । विगत माह से वह पलायन था । वह चेन्‍नई, तिरूवनंतपुरम्, मुंबई, पुणे, कर्णावती एवं जयपुर इन शहरों में छुप रहा था । उसके देहली में आए होने की गुप्‍त जानकारी मिलते ही उसे बंदी बनाया गया । वह २ सहस्र करोड रुपए की अंतर्राष्ट्रीय नशीले पदार्थों की तस्‍करी करनेवाली टोली चला रहा था । वह भारत के साथ ही ऑस्‍ट्रेलिया, न्‍यूजीलैंड एवं मलेशिया देशों में तस्‍करी कर रहा था । जांच में उसने कहा, ‘मैं द्रमुक के अनिवासी भारतीयों की शाखा का चेन्‍नई पश्‍चिम उपसंगठक हूं । पिछले माह मेरी टोली के ३ लोगों को बंदी बनाने के उपरांत मेरा नाम सामने आया था । तदनंतर द्रमुक द्वारा मुझे पार्टी से निलंबित किया गया था ।’ जफर सादिक ने तमिलनाडु के मुख्‍यमंत्री एम.के. स्‍टैलिन का पुत्र एवं राज्‍य के मंत्री उदयनिधि स्‍टैलिन को ७ लाख रुपए दिए थे, ऐसा जांच में सामने आया है । इनमें से ५ लाख रुपए बाढ से पीडित सहायतानिधि के रूप में तो २ लाख रुपए पार्टीनिधि के रूप में दिए गए थे । उसने कौनसे माध्‍यम द्वारा यह कमाई की ?, इसकी जांच की जा रही है । जांच एजेंसी का कहना है कि इस प्रकरण में उदयनिधि स्‍टैलिन को भी जांच के लिए बुलाया जा सकता है ।

सौजन्य  ANI News

१. उदयनिधि स्‍टैलिन के साथ ही राज्‍यसभा के सांसद एम.एम. अब्‍दुल्ला, द्रमुक के सचिव एन. चित्ररसू एवं द्रमुक के अनेक नेताओं से जफर सादिक के निकट के संबंध हैं ।

२. एन.सी.बी. के उपमहासंचालक ज्ञानेश्‍वर सिंह ने कहा, ‘सादिक के तमिल एवं हिन्‍दी चलचित्र उद्योग से गहन संबंध हैं । इस प्रकरण से संबंधित लोगों को जांच के लिए बुलाया जाएगा । एन.सी.बी. निष्‍पक्ष एवं कानूनी जांच पर विश्‍वास रखती है । अपराधी का जाति, धर्म अथवा राजनीतिक पक्ष नहीं होता । जो कोई कानून का उल्लंघन करता है, वह अपराधी होता है । हम ऐसे सभी प्रकरणों की जांच करेंगे ।

३. देहली के बसई दारापूर क्षेत्र में सादिक की कंपनी के गोदाम पर छापेमारी कर ५० किलो ‘स्‍यूडोफेड्रिन’ नामक नशीला पदार्थ नियंत्रण में लिया गया था । ऑस्‍ट्रेलिया एवं न्‍यूजीलैंड के अधिकारियों द्वारा प्राप्‍त गुप्‍त जानकारी के आधार पर छापेमारी की गई थी । यहां नारियल पाउडर एवं मिश्रित अन्‍न पाउडर के माध्‍यम से भारत से बडी मात्रा में ‘स्‍यूडोफेड्रिन’ विदेश भेजा जाता था ।

४. एन.सी.बी. ने कहा कि जफर सादिक ने नशीले पदार्थों के व्‍यापार से प्राप्‍त धन चलचित्र का निर्माण, अन्‍य निर्माणकार्य एवं अन्‍य व्‍यवसायों में निवेश किया है । इन पैसों से उसने ‘मंगाई’ नामक तमिल चलचित्र का निर्माण किया एवं उसका विज्ञापन (ट्रेलर) प्रदर्शित हुआ है । चेन्‍नई में उसने होटल का भी निर्माण किया है ।

सादिक की टोली को उजागर करना चाहिए ! – भाजपा

के. अण्‍णामलाई

तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष के. अण्‍णामलाई ने कहा कि पिछले ३ वर्षों में द्रमुक के अनेक नेताओं से निकट के संबंध वालेे सादिक ने आर्थिक गैरकाम कैसे किया ? यह उजागर होना महत्त्वपूर्ण है । इस प्रकरण में हम प्रवर्तन निदेशालय से गहन जांच करने की एवं सादिक की टोली के घोटाले उजागर करने की विनती कर रहे हैं । तमिलनाडु में मादक पदार्थों की तस्‍करी पूर्णतः रुकनी चाहिए ।

सादिक को पुलिस महासंचालकों से उपहार वस्‍तुएं भी मिली थी ! – अखिल भारतीय अण्‍णाद्रमुक पार्टी

अखिल भारतीय अण्‍णाद्रमुक पार्टी के मुख्‍य सचिव ए.के. पलानीस्‍वामी ने कहा कि जफर सादिक द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से किस प्रकार संबंध प्रस्‍थापित किए गए ?, इसका स्‍पष्टीकरण मुख्‍यमंत्री एम.के. स्‍टैलिन ने लोगों को देना चाहिए । जफर द्रमुक के नेताओं से निकट के संबंध प्रस्‍थापित कर रहा था एवं उसे पुलिस महासंचालकों से उपहार वस्‍तुएं भी प्राप्‍त हुई थीं । (यह तो बाड ने ही खेत खा जाने समान है ! इस आरोप की भी गहन जांच होकर सत्‍य जनता के सामने आना चाहिए ! – संपादक) यह अत्‍यंत दुर्भाग्‍यपूर्ण एवं दुःखद है । इसका तीव्र शब्‍दों में निषेध करना चाहिए ।

संपादकीय भूमिका 

सनातन धर्म को नष्ट करने का प्रयास करनेवाले द्रमुक में कौन भरे पडे हैं ?, यह पहचानें ! अब केंद्र सरकार को ऐसे दलों को प्रतिबंधित ही करना चाहिए !