कोलकाता में श्री दुर्गापूजा में ‘कुमारिका’ के रूप में मुसलमान लडकी को चुना !

हिन्दुओं की अतिसहनशीलता के अनेक उदाहरण होते हुए भी निधर्मीवादी उनको ‘हिंसक’ तथा ‘असहनशील’ कहकर उनकी आलोचना करते हैं, यह ध्यान दें !

मुंबई में कुछ नवरात्रोत्सव मंडलों को मुसलमानों द्वारा सहस्रो रुपयों का दान !

‘किसी उत्सव में श्रद्धा की भावना से दान देना, हिन्दुओं से अच्छे संबंध प्रस्थापित होने के लिए हो रहा है अथवा इसके पीछे कोई षड्यंत्र है ?’ इसकी जांच आवश्यक !

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने नवरात्रि के उपलक्ष में हिन्दुओं को दी शुभेच्छा !

जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि, नवरात्रि उत्सव हिन्दू समुदाय की संस्कृति और कनाडा के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक उत्थान में हिन्दुओं द्वारा दिए अमूल्य योगदान का स्मरण करने का अवसर हमें प्रदान करता है ।

संत एकनाथ महाराज द्वारा बताई निजात्मपूजा (आत्मपूजा) तथा उस दृष्टि से विजयादशमी की महिमा !

दशहरा का अर्थ है साधना के द्वारा इंद्रियनिग्रह कर स्वयं पर विजय प्राप्त करना !

Navaratri : अखंड दीपप्रज्वलन

नवरात्रि की कालावधि में वायुमंडल में शक्तितत्त्व की तेज तरंगे कार्यरत रहती हैं । दीपक तेज का प्रतीक होता है । अखंड ज्योत में इन्हें ग्रहण करने की क्षमता होती है । अत: अखंड दीप प्रज्वलन से यह दीप की ओर आकृष्ट होती हैं ।

Navaratri : घटस्थापना

घटस्थापना का अर्थ है नवरात्रि के समय ब्रह्मांड में व्याप्त शक्ति का घट में आवाहन कर उसे कार्यरत करना ।

Navaratri : हिन्दुओं का प्रमुख पर्व नवरात्रोत्सव

नवरात्रि के नौ रात्रियों में देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है । यह पर्व अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक मनाया जाता है ।

धर्मांध मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं को नवरात्रोत्सव न मनाने की धमकी !

निधर्मीवादी एवं आधुनिकतावादी, इसके साथ ही मंदिरों में जानेवाले राहुल गांधी इस विषय में कुछ बोलेंगे ? या फिर गांधीवादियों को लगता है कि जहां मुसलमान बहुसंख्यक हैंं, वहां हिन्दुओं को धर्मांध मुसलमानों के बताए अनुसार करना चाहिए ?

शारदीय नवरात्रि : धर्मशिक्षा

पूरे भारत में अत्यंत उत्साह एवं भक्तिमय वातावरण में नवरात्रि के व्रत का पालन किया जाता है । माता जगदंबा की कृपा पाने हेतु श्रद्धापूर्वक उपवासादि आराधना की जाती है ।

नवरात्रि के काल में होनेवाली धर्महानि रोकें तथा ‘आदर्श नवरात्रोत्सव’ मनाने के लिए प्रयास कर देवी की कृपा प्राप्त करें !

नवरात्रोत्सव से होनेवाली धर्महानि रोकने के लिए वैधानिक पद्धति से प्रयास कर उत्सव की पवित्रता बनाए रखना प्रत्येक देवीभक्त का आद्य कर्तव्य है । इन अप्रिय घटनाओं को रोककर ‘आदर्श नवरात्रोत्सव’ मनाना तथा उसके लिए अन्यों को भी प्रेरित करना देवी की श्रेष्ठ स्तर की उपासना सिद्ध होगी !’