चैत्र नवरात्रि के अवसर पर प्रत्येक जिले में होगा दुर्गा सप्तशती का पाठ !
साथ ही अखंड रामायण पठन का आयोजन करने को भी कहा है । इसके लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार प्रत्येक जिले के लिए लाख रुपये का निधि भी उपलब्ध कराएगी।
साथ ही अखंड रामायण पठन का आयोजन करने को भी कहा है । इसके लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार प्रत्येक जिले के लिए लाख रुपये का निधि भी उपलब्ध कराएगी।
राजस्थान में तृणमूल कांग्रेस की सरकार रहते हुए भी इस प्रकार की घटना होने पर संबंधित व्यक्तियों पर कोई कार्यवाही नहीं होती, कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे इसका संज्ञान लेंगे क्या ?
श्री दुर्गा देवी की मूर्तियाें के विसर्जन के लिए ५ अक्टूबर की रात लगभग ९ बजे माल नदी के तट पर बडी संख्या में श्रद्धालु एकत्र हुए थे । यहां ४० मूर्तियों को विसर्जन के लिए लाया गया था ।
पिछले वर्ष मुसलमानों ने हिन्दुओं पर कुरान को पंडाल में रखकर उसका अनादर करने का आरोप लगाया था । उनके द्वारा किए गए दंगों में कई हिन्दू मारे गए और हिन्दुओं की करोडों रुपयों की संपत्ति का नुकसान किया गया था !
कोलकाता (बंगाल) में अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के दुर्गापूजा मंडप में राक्षस के रूप में मोहनदास गांधी समान दिखनेवाली एक प्रतिमा रखी गई है तथा श्री दुर्गादेवी को उनकी हत्या करते हुए दर्शाया गया है ।
साडी और चोली वस्त्र-नारियल से देवी का आंचल भरना, यह देवी के दर्शन के समय किया जानेवाला एक प्रमुख उपचार है । यह शास्त्र समझकर, इसे भावपूर्ण करने से, उसका आध्यात्मिक लाभ अधिक प्रमाण में श्रद्धालु को मिलता है ।
आज समाज में कोई भी उठता है और हिन्दू धर्म शास्त्रों के विरोध में कुछ भी बताकर उसके अनुसार कृति करने का प्रयत्न करता है, ऐसे लोगों का प्रतिवाद करने के लिए अब धर्माचार्यों को आगे आना आवश्यक है !
देवी को कुमकुमार्चन करने की दो पद्धतियां, कुमकुमार्चन करने से होनेवाले सूक्ष्म-स्तरीय लाभ दर्शानेवाले चित्र आदि का उल्लेख इस लेख में किया गया है । सूक्ष्म-ज्ञान संबंधी लाभ दर्शानेवाले चित्रों के कारण यह विषय पाठकों के लिए समझना सुलभ होगा ।
किसी मुसलमान ने हिन्दुओं के समान धार्मिक कृति की, तो मुसलमान उसका विरोध करते हैं, यदि हिन्दुओं ने मुसलमानों समान धार्मिक कृति की, तो उसकी प्रशंसा की जाती है, यह ध्यान में लें !
जगत्का पालन करनेवाली जगत्पालिनी, जगदोद्धारिणी मां शक्तिकी उपासना हिंदु धर्ममें वर्ष में दो बार नवरात्रिके रूपमें, विशेष रूपसे की जाती है ।