उत्तराखंड : केवल १३० रुपए के लिए साजिद ने अपने मित्र नितीन की हत्या की !
इससे अल्पसंख्यकों की खूनी वृत्ति ही दिखाई देती है । हत्यारे साजिद को अब फांसी का दंड ही देना चाहिए !
इससे अल्पसंख्यकों की खूनी वृत्ति ही दिखाई देती है । हत्यारे साजिद को अब फांसी का दंड ही देना चाहिए !
ऐसी घटना यदि मंदिर में हुई होती तो अभी तक पुरोगामी ने आकाश पाताल एक कर दिया होता..!! पर अब जब यह घटना मस्जिद में घटी है तो निश्चिंत रहिए वे कुछ नहीं बोलेंगे!
३५ साल बाद भी कश्मीर में जिहादी आतंकवाद जड़ से ख़त्म नहीं हुआ है, अब तक के सभी पार्टी शासकों के लिए शर्म की बात है !
क्या ऐसी हिंस्र वृत्ति की मुख्य अध्यापिका छात्रों पर कभी अच्छे संस्कार कर पाएगी ? ऐसे लोगों पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए !
मदरसों में होने वाली ऐसी घटनाओं पर न तो मुसलमान कुछ कहते हैं और न ही पाखंडी नास्तिक !
बहुसंख्यक हिन्दुओं के देश में हिन्दुओं के नेता ही असुरक्षित हैं, यह बात बार-बार घटनेवाली ऐसी घटनाओं से सामने आई है । इसलिए ‘भारत में मुसलमान असुरक्षित हैं’, ऐसा नारा लगानेवालों को अब जबाब पूछना ही चाहिए !
१० मई को न्यायालय ने डॉ. नरेंद्र दाभोलकर हत्या प्रकरण में सनातन संस्था के साधक श्री. विक्रम भावे को निर्दाेष मुक्त किया । न्यायालय के इस निर्णय का हम स्वागत करते हैं ।
आज ‘हिन्दू आतंकवाद’ का षड्यंत्र रचनेवालों की पराजय हुई है, साथ ही इस प्रकरण में दोषी प्रमाणित हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ता सचिन अंदुरे एवं शरद कळसकर को भी निर्दाेष मुक्त कराने हेतु हम लडेंगे’, ऐसा सनातन संस्था ने इस अवसर पर घोषित किया ।
आज अदालत ने मुझे बरी कर दिया हैं। मेरे दृ्ष्टी से, यही परिणाम अपेक्षित था। मुझे गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया। मेरे ख़िलाफ़ कोई सबूत नहीं था। इसलिए अदालत के सामने कोई सबूत नहीं आया ।
इस मामले में झूठे आरोप लगाकर सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति को फंसाया गया है । दोषी ठहराए गए कळसकर और अंदुरे भी मुंबई उच्च न्यायालय में निर्दोष प्रमाणित होंगे ।