हरिद्वार (उत्तराखंड) – केवल १३० रुपए के लिए साजिद ने नितीन नामक अपने हिन्दू मित्र की हत्या की । नितीन की मृतदेह ४ मई को यहां के एक पुल के नीचे मिली थी । हत्या के उपरांत साजिद भाग गया था । १९ मई को उसे बंदी बनाया गया । तदनंतर पुलिस ने प्रसारमाध्यमों द्वारा पूरे प्रकरण की जानकारी दी ।
इस घटना के विषय में हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमेंद्र सिंह डोवाल ने कहा,
‘१. ४ मई को पुलिस को रुडकी के सोलानी पुल के नीचे एक मृतदेह पडी होने की जानकारी मिली थी । ज्ञात हुआ कि यह मृतदेह रुडकी के अंबर तालाब में रहनेवाले नितीन की थी । पुलिस ने परिवाद प्रविष्ट कर जांच आरंभ की ।
२. सीसीटीवी फुटेज जांचकर साजिद के संदर्भ में हमारी शंका दृढ हुई ।
३. साजिद का भ्रमणभाष निरंतर बंद था । इस कारण १५ दिन वह हमारे हाथ नहीं आया । अंत में १९ मई को उसके भ्रमणभाष का ‘लोकेशन’ मिलने से उसे बंदी बनाने में सफलता मिली ।
४. साजिद की पुलिस थाने में कडी जांच की गई । तब उसने अपराध स्वीकार किया । उसने कहा कि कुछ दिन पूर्व नितीन एवं उसने मदिरापान किया था । मदिरा के नशे में नितीन ने उससे १३० रुपए छीन लिए थे । इस पर साजिद क्रोधित हुआ था ।
५. ४ मई को साजिद ने नितीन को सोलानी पुल के नीचे अकेला देखकर उस पर चाकू से वार करते हुए उसकी हत्या की । उसके उपरांत वह भाग गया ।’
संपादकीय भूमिकाइससे अल्पसंख्यकों की खूनी वृत्ति ही दिखाई देती है । हत्यारे साजिद को अब फांसी का दंड ही देना चाहिए ! |