धार्मिक भावना आहत करने के अपराध की उपेक्षा नहीं की जा सकती ! – उत्तराखंड उच्च न्यायालय

भारतीय दंड संहिता २९५ अ के अंतर्गत आरोपी के विरुद्ध पंजीबद्ध अपराध को निरस्त करने की मांग को अस्वीकार करते हुए न्यायालय ने यह मत व्यक्त किया है ।