संपूर्ण देश में ७५७ स्थानों पर सामूहिक गदापूजन !

रामराज्य की स्थापना हेतु आध्यात्मिक बल मिले; इसके लिए हिन्दू जनजागृति समिति एवं समविचारी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का प्रयास

विदेशों में भारतीय छात्रों की संदेहजनक मृत्यु की घटनाएं तथा भारत में छात्रों में आत्महत्याओं का बढता स्तर चिंता का विषय !

‘वर्ष २०१९ से २०२१, इन २ वर्षाें की अवधि में ३५ सहस्र ५०० से अधिक छात्रों ने आत्महत्याएं की हैं । केंद्रीय मंत्री नारायण स्वामी ने फरवरी के महिने में लोकसभा में यह जानकारी दी ।

संपादकीय : … ऐसे ‘शहीद’ भारत को पाकिस्तान बना देंगे !

धर्मांतरण या बलपूर्वक धर्म बढाने की सीख हिन्दुओं के किसी भी ग्रंथ में नहीं है । ओवैसी जैसे नेता मुसलमानों को धर्मांधता की ओर ले जा रहे हैं । इसमें न मुसलमानों का हित है न भारत का !, यह मुसलमानों को समझ लेना चाहिए ।

‘सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी का ८२ वां जन्मोत्सव’ विशेषांक

इस माह के अंतिम सप्ताह में सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी का ८२ वां जन्मोत्सव मनाया जानेवाला है । इस निमित्त पिछले वर्ष के जन्मोत्सव के कुछ अविस्मरणीय क्षण हम इस विशेषांक में अनुभव करेंगे ।

युवको, सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के चैतन्यदायी ग्रंथकार्य की ध्वजा फहराते रखने हेतु ग्रंथनिर्मिति की सेवा में सम्मिलित हों !

जिन्हें समाज में जाकर समष्टि साधना करना संभव नहीं है, वे घर पर रहकर संकलन एवं भाषांतर की सेवाएं भी कर सकते हैं । ग्रंथों से संबंधित सेवा करना भी परिणामकारी समष्टि साधना है ।

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार

‘धर्म एक ही है, वह है हिन्दू धर्म । हिन्दू धर्म के अतिरिक्त अन्य धर्मों का (पंथों का) इतिहास देखें, तो उनमें विविध काल में की गई लाखों हत्याएं, क्रूरता, बलात्कार, जीते हुए प्रदेशों के स्त्री-पुरुषों को गुलाम बनाकर बेचने की सहस्रों प्रविष्टियां हैं । हिन्दू धर्म अनादि काल से अस्तित्व में है; परंतु हिन्दू धर्म के इतिहास में ऐसा एक भी उदाहरण नहीं है ।’