उत्तराखंड की भाजपा सरकार द्वारा पतंजलि की ५ औषधियों पर प्रतिबंध !

उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने योगऋषि रामदेवबाबा के पतंजलि समूह की ५ औषधियों पर प्रतिबंध लगाया है । ये औषधियां पतंजलि की ‘दिव्य फार्मसी’ में बनाई जाती हैं ।

वायु प्रदूषण से बढ रही है निराशा (डिप्रेशन) !

१०० वर्ष पूर्व प्रदूषण नाम का कोई अस्तित्व ही नहीं था; परंतु जैसे जैसे विज्ञान द्वारा कथित विकास हो रहे हैं, वैसे वैसे प्रदूषण बढ रहा है एवं पृथ्वी तथा पृथ्वी पर उपलब्ध सर्व प्रकार की संपदाओं पर उसका विनाशकारी परिणाम हो रहा है, यह सत्य कब स्वीकार होगा ?

#Ayurved : …बीमारियों का मूल तथा उसकी दैवी चिकित्सा

कोई भी बीमारी शरीर में विद्यमान वात, पित्त अथवा कफ के स्तर में आनेवाले परिवर्तन के कारण होती है । आयुर्वेद के अनुसार कैंसर से लेकर हृदयरोग तक तथा पक्षाघात से लेकर मधुमेह तक सभी रोगों का मूल यही है ।

#Ayurved : बीमारी के आध्यात्मिक कारण तथा दैवी चिकित्सा !

औषधियों के साथ आयुर्वेद ‘दैवी चिकित्सा’ भी बताता है । अधिकतर किसी भी शारीरिक बीमारी में कुछ स्तर पर आध्यात्मिक तथा कुछ स्तर पर मानसिक भाग होता है ।

#Ayurved : ‘बीमारियां न हों’; इसलिए आयुर्वेद द्वारा सुझाए गए उपचार !

प्रज्ञापराध (बुद्धि, स्थैर्य, स्मृति, इनसे दूर जाकर तथा उससे होनेवाली हानि ज्ञात होते हुए भी शारीरिक, वाचिक अथवा मानसिक स्तर पर पुनः-पुनः किया जानेवाला अनुचित कृत्य) होने न देना

#Ayurved : देह में विद्यमान ‘अग्नि’ ही स्वास्थ्य लाभ का मूल है !

स्वास्थ लाभ के लिए देह में विद्यमान अग्नि का (पाचन शक्ति का) महत्त्व !

‘लॉरियल’के सौंदर्यप्रसाधनों का उपयोग करने से गर्भाशय का कैंसर होने का आरोप !

अमेरिका की सौंदर्यप्रसाधन बनानेवाले प्रतिष्ठान ‘लॉरियल’ के द्वारा बनाए जानेवाले ‘हेयर स्ट्रेटनिंग’ (केशों को सीधे बनानेवाले) उत्पाद के कारण कैंसर होने का दावा किया गया है ।

नोएडा (उत्तर प्रदेश) में कुत्तों के आक्रमण में ७ माह के बच्चे की मृत्यु

सडक पर घूमनेवाले कुत्तों के कारण ही नहीं, अपितु पालतू कुत्तों के कारण भी लोगों को कष्ट सहन करना पड रहा है । इस पर अब स्थायी एवं ठोस समाधान ढूंढने हेतु सरकार को प्रयास करना आवश्यक हो गया है !

औषधिनिर्माण प्रतिष्ठानों की (फार्मा कंपनियों की) अनियमितताओं पर कैसे नियंत्रण पाया जा सकता है ?

औषधीय प्रतिष्ठानों द्वारा डॉक्टरों को भेंट के रूप में दी जानेवाली औषधियों पर दी जानेवाली करों में छूट निरस्त !

बार-बार चाय पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होने से उसे छोडें !

‘दूध युक्त चाय पीने से पित्त बढता है । अल्पाहार के साथ हम चाय पीते हैं । अल्पाहार के पदार्थों में नमक होता है । नमक एवं दूध का संयोग रोगकारक है ।