भारत में कोरोना समाप्त होने की स्थिति में आ गया है ! – विश्व स्वास्थ्य संघठन की मुख्य विशेषज्ञ डॉ. सौम्या स्वामीनाथन का मत

भारत में कोरोना समाप्त होने की स्थिति में आ गया है । इस स्तर पर कम या मध्यम स्तर पर रोग का प्रसार चालू रहता है । लोग जब वायरस के अनुकूल हो जाते हैं, उस समय यह स्थिति आती है ।

कोरोना का बुखार एवं उसके लिए किए जानेवाले आयुर्वेदीय उपचार

बुखार आना आरंभ होने पर लंघन करें (भूखे रहें), बुखार में पाचनशक्ति बढानेवाली औषधियां दें, बुखार उतरना आरंभ हो, तो समूल नष्ट होने तक औषधि दें और बुखार आना पूर्णरूप से रुकने पर विरेचन (दस्त की औषधि) दें, ऐसा बताया गया है ।

(कहती हैं) ‘ओणम् त्योहार के समय भीड न होने दें !’

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने राज्य में बढती हुई कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या को देखते हुए हिन्दुओं को ओणम् त्योहार के समय में भीड न होने देने, छोटे बच्चों से मिलना टालने और संबंधियों को मिलना टालने का, निःशुल्क परामर्श दिया है ।

कोरोना रोगियों के लिए गुणकारी प्रमाणित अश्वगंधा औषधि पर ब्रिटेन में शोधकार्य !

कहां आधुनिक चिकित्सकीय शास्त्र को श्रेष्ठ मानकर आयुर्वेद को न्यून माननेवाले भारत के कथित विज्ञानवादी, तो कहां आयुर्वेद पर शोधकार्य कर उसका लाभ अपने देश को कराने का प्रयास करनेवाला ब्रिटेन !

‘फाइजर’ एवं ‘एस्ट्राजेनेका’ टीकों की दोनों खुराक लेने के उपरांत १० सप्ताह में ५० प्रतिशत कम हो जाता है प्रभाव ! – ‘यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन’ का निष्कर्ष

यह निष्कर्ष १८ वर्ष से अधिक आयु के ६०० लोगों के एक अध्ययन के उपरांत निकाला गया है । इसमें व्यक्तियों की आयु तथा उनकी अन्य व्याधियों का विचार नहीं किया गया था ।