कोरोना की तीसरी लहर की आनेवाला संभावना अल्प !
भारतीय चिकित्सकीय शोध परिषध के (आई.सी.एम.आर. के) पूर्व वैज्ञानिक डॉ. रमन गंगाखेडकर का दावा !
भारतीय चिकित्सकीय शोध परिषध के (आई.सी.एम.आर. के) पूर्व वैज्ञानिक डॉ. रमन गंगाखेडकर का दावा !
भारत सरकार ने उच्चतम न्यायालय में प्रस्तुत किया प्रतिज्ञापत्र
महामारी रोगों के विशेषज्ञ डॉ. विश्वास मोंडे ने कहा कि, ७० प्रतिशत जनसंख्या का वैक्सीनेशन होना चहिए । अभी वैक्सीनेशन की जो गति है, उसे देखते हुए इस लक्ष्य को पाना कठिन दिख रहा है ।
अध्ययन के अनुसार, चिकित्सालय में भर्ती किए गए कोरोना रोगियों में ४९ प्रतिशत रोगियों में लगभग एक वर्ष तक कोरोना के लक्षण देखे गए । यह मेडिकल जर्नल, “द लैंसेट” की प्रकाशित नवीन प्रतिवेदन के निष्कर्ष में कहा गया है ।
भारत में कोरोना समाप्त होने की स्थिति में आ गया है । इस स्तर पर कम या मध्यम स्तर पर रोग का प्रसार चालू रहता है । लोग जब वायरस के अनुकूल हो जाते हैं, उस समय यह स्थिति आती है ।
बुखार आना आरंभ होने पर लंघन करें (भूखे रहें), बुखार में पाचनशक्ति बढानेवाली औषधियां दें, बुखार उतरना आरंभ हो, तो समूल नष्ट होने तक औषधि दें और बुखार आना पूर्णरूप से रुकने पर विरेचन (दस्त की औषधि) दें, ऐसा बताया गया है ।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने राज्य में बढती हुई कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या को देखते हुए हिन्दुओं को ओणम् त्योहार के समय में भीड न होने देने, छोटे बच्चों से मिलना टालने और संबंधियों को मिलना टालने का, निःशुल्क परामर्श दिया है ।
कहां आधुनिक चिकित्सकीय शास्त्र को श्रेष्ठ मानकर आयुर्वेद को न्यून माननेवाले भारत के कथित विज्ञानवादी, तो कहां आयुर्वेद पर शोधकार्य कर उसका लाभ अपने देश को कराने का प्रयास करनेवाला ब्रिटेन !
यह निष्कर्ष १८ वर्ष से अधिक आयु के ६०० लोगों के एक अध्ययन के उपरांत निकाला गया है । इसमें व्यक्तियों की आयु तथा उनकी अन्य व्याधियों का विचार नहीं किया गया था ।