तनाव न्यून करने के लिए परिवार के साथ भोजन करना आरोग्य के लिए लाभदायक ! – सर्वेक्षण

परिवार के साथ भोजन करने से तनाव न्यून होता है, ऐसा ९१ प्रतिशत अभिभावकों का विश्वास है । यह तथ्य ‘अमेरिकन हार्ट असोसिएशन’ के सर्वेक्षण से सामने आया है ।

‘अजिनोमोटो’ के कारण हृदयविकार एवं उच्च रक्तदाब का संकट – शोध

अजीनोमोटो एक प्रकार का रासायनिक नमक है। इसका रासायनिक नाम ‘मोनोसोडियम ग्लूटामेट’ (एमएसजी) है। वर्ष 1909 में इसे एक ‘ब्रांड’ के रूप में व्यावसायीकरण किया गया था। यह स्वाभाविक रूप से टमाटर और पनीर के बीच होता है।

खुलकर बात करना एक महान औषधि है !

‘पूर्वाग्रह, राग, भय के समान मूलभूत स्वभावदोषों के कारण अधिकांश लोगों के लिए खुलकर बात करना असहज रहता है ।

मूत्रमार्ग के जलन पर आयुर्वेद का प्राथमिक उपचार

‘चाय का पाव चम्मच सनातन उशीर (वाळा) चूर्ण आधी कटोरी पानी में घोल बनाकर दिन में ४ बार पीना । यदि ७ दिन में लाभ न हो, तो वैद्यों का समादेश (सलाह) लें ।’

पित्तदोष शमन के लिए गणपतिपूजन

सनातन हिन्दू धर्मानुसार मनाए जानेवाले त्योहार, उत्सव आदि का केवल आध्यात्मिक महत्त्व है, ऐसा नहीं है; अपितु ऋतुचक्र का विचार कर उससे शारीरिक तथा मानसिक स्तर पर भी लाभ हो सकता है ।

समय पर उपचार के अभाव में पुर्तगाल में गर्भवती भारतीय महिला की मृत्यु

लिस्बन में दिल का दौरा पडने से एक ३४ वर्षीय भारतीय महिला की चिकित्सालय में स्थान की कमी के कारण दूसरे चिकित्सालय में ले जाते समय मृत्यु हो गई ।

उत्तम स्वास्थ्य के लिए चिकित्सा को साधना से जोडे – सद्गुरु डॉ. पिंगळे

आज अनेक बिमारीयां ऐसी है, जिसका कारण या समाधान आधुनिक विज्ञान के पास नहीं है । पर आयुर्वेद यह बताता है की, आपके जीवन में कुछ बिमारीयों के लिए आपके गत जन्म के कर्म या कष्ट भी उत्तरदायी हो सकते हैं ।

‘टमाटर फ्ल्यु’ की बढती रुग्ण संख्या के कारण केंद्रशासन द्वारा मार्गदर्शक सूचनाएं पारित !

देश में केरल के उपरांत अब कर्नाटक, तामिलनाडु एवं ओडिशा राज्यों में ‘टमाटर फ्ल्यु’ के रुग्ण पाए गए हैं । अबतक ८२ रुग्णों की प्रविष्टि की गई है । इसमें भारी संख्या में छोटे बच्चों का समावेश हैं ।

भारतीय नागरिकता को स्वीकार किए पाकिस्तानी अल्पसंख्यक समाज के डाक्टरोें को ‘प्रैक्टिस’(अभ्यास) करने की अनुमति

भारत के ‘नैशनल मेडिकल कमिशन’ ने पाकिस्तान में छल किए जाने के कारण भारत में आश्रय लेकर भारतीय नागरिकता को स्वीकार किए हिन्दू, सिक्ख तथा अन्य अल्पसंख्यक समाज के डाक्टरों को भारत में ‘प्रैक्टिस’(अभ्यास) करने की अनुमति दी है ।