कानूनी विवादों को सुलझाने के लिए ऑनलाइन स्रोतों से सावधान रहें ! – उच्चतम न्यायालय

विश्वभर का ज्ञान नि:शुल्क उपलब्ध करवानेवाले ऑनलाइन स्रोतों की उपयोगिता मान्य है; किंतु कानूनी विवादों को सुलझाने के लिए ऐसे स्रोतों का उपयोग करते समय सावधान रहे, ऐसा स्पष्ट प्रतिपादन सर्वोच्च न्यायालय ने एक अभियोग की सुनवाई करते समय किया ।

त्रिपुरा में १६ फरवरी तथा मेघालय एवं नागालैंड में २७ फरवरी को मतदान !

केंद्रीय चुनाव आयोग ने त्रिपुरा, मेघालय एवं नागालैंड राज्यों में विधानसभा चुनाव की दिनांक घोषित की है । त्रिपुरा में १६ फरवरी तो मेघालय तथा नागालैंड राज्यों में २७ फरवरी को मतदान होनेवाला है । सभी राज्यों का परिणाम २ मार्च को घोषित होगा ।

नौशाद और जग्गा के आतंकवादी संगठनों से संबंध ! – देहली पुलिस

देहली के जहांगीरपुरी प्रकरण में बंदी बनाए गए आतंकवादी नौशाद एवं जगजीत उपाख्य जग्गा के कुछ आतंकवादी संगठनों एवं गुंडों से संबंध होने का खुलासा देहली पुलिस ने किया है ।

देहली की विधानसभा में ‘आप’ के विधायक ने दिखाए नोटों के बंडल !

इस प्रकरण की जांच कर पुलिस को जनता के सामने सत्य उजागर करना चाहिए ।

‘हिन्दू विवाह कानून’ के अनुसार अंतरधर्मीय विवाह अवैध ! – सर्वोच्च न्यायालय

‘हिन्दू विवाह कानून’ के अनुसार अंतरधर्मीय दांपत्य का विवाह रद्द सिद्ध होता है । इस कानून के अनुसार हिन्दू से केवल हिन्दू विवाह कर सकते हैं । सर्वोच्च न्यायालय ने ऐसी टिप्पणी की है ।

अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण कार्य पर आतंकवादियों के आत्मघाती आक्रमण का षडयंत्र !

‘जिहादी आतंकवाद कब नष्ट होगा ?’, ऐसा प्रश्न प्रत्येक भारतीय के मन में पिछले अनेक वर्षों से आ रहा है । इस समस्या का हल निकालने के लिए भारत द्वारा पाकिस्तान को नष्ट करने के साथ साथ देश के धर्मांधों की जिहादी मानसिकता नष्ट करना आवश्यक है ।

देहली से बंदी बनाए गये धर्मांध जिहादी और खालिस्तानी आतंकवादी, हिन्दुओं की हत्या करने वाले थे !

धर्मांध जिहादी और खालिस्तानी आतंकियों का ये गठजोड़ देश के लिए अत्यधिक भयावह है । समय रहते दोनों आतंकवादी संगठनों का समूल नष्ट न करने का यह परिणाम है ।

चलचित्रों, धारावाहिकों आदि के माध्यम से धर्म के अपमान को रोकने के लिए ‘धर्म सेंसर बोर्ड’ की स्थापना ।

चलचित्रों, समाजिक माध्यमों और दूरदर्शन के माध्यम से हिन्दू देवी-देवताओं और धर्म के अपमान को रोकने के लिए एक ‘धर्म सेंसर बोर्ड’ का गठन किया गया है । इसकी स्थापना द्वारका एवं ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने की है ।

चोर अनीस को पकडने पर उसके द्वारा चाकू से किए आक्रमण में देहली पुलिस की मृत्यु !

इस घटना के विषय में अब निरपेक्षतावादी मुंह नहीं खोलेंगे ! पुलिस कर्मियों पर भी आक्रमण करने में धर्मांध नहीं हिचकिचाते तथा वे सदा अपने पास धातक शस्त्र रखते ही हैं, यह ध्यान में लें !