श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली मुकुल गाडगीळजी के अमृत वचन

‘भगवान के आंतरिक सान्निध्य में रहना’, यह ज्ञान होने के लिए गुरुदेवजी की आवश्यकता होती है ।

Bharat Gaurav Award : सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी को घोषित किया गया ११ वां ‘भारत गौरव पुरस्कार !’

‘संस्कृति युवा संस्था’ की ओर से ५ जून को फ्रांस की संसद में होगा सम्मान !

रामनाथी (गोवा) स्थित सनातन संस्था के आश्रम में ३ दिनों का ‘चंडी याग’ !

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी का ८२ वा जन्मोत्सव !

समष्टि को अध्यात्म का ज्ञान मिले, इसकी लगन रखनेवाले सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी !

‘प्राणशक्ति बहुत अल्प होते हुए भी प.पू. डॉक्टरजी उनके आसपास होनेवाली प्रत्येक घटना का निरीक्षण करते हैं तथा उनकी नियमित प्रविष्टियां भी रखते हैं ।

‘ब्रह्मोत्सव’ के अवसर पर सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी जिस रथ में विराजमान थे, उस रथ को खींचने की सेवा करनेवाले साधकों द्वारा उनके चरणों में समर्पित अनुभूतिरूपी कृतज्ञतापुष्प !

‘जिस प्रकार किसी मंदिर के रथ को वहां के सेवक खींचते हैं, उसी प्रकार साधकों ने श्रीमन्नारायण का रथ खींचे’, सप्तर्षि की इस आज्ञा के अनुसार साधकों ने साक्षात भगवान का यह रथ खींचा ।

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ब्रह्मोत्सव हेतु दिव्य रथ बनाते समय साधकों द्वारा भावपूर्ण पद्धति से किए गए परिश्रम की छायाचित्रमय क्षणिकाएं

इस दिव्य रथ को साकार करते समय अनेक शुभचिंतकों ने भी स्वयंप्रेरणा से सहायता की । श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी ने भी समय-समय पर मार्गदर्शन किया ।

‘सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी का ८२ वां जन्मोत्सव’ विशेषांक

इस माह के अंतिम सप्ताह में सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी का ८२ वां जन्मोत्सव मनाया जानेवाला है । इस निमित्त पिछले वर्ष के जन्मोत्सव के कुछ अविस्मरणीय क्षण हम इस विशेषांक में अनुभव करेंगे ।

अयोध्या को गतवैभव प्राप्त करवानेवाले सम्राट विक्रमादित्य !

प्रभु श्रीराम की अयोध्यानगरी की गणना ७ मोक्षनगरियों में की जाती है । उसका आध्यात्मिक महत्त्व, उसे गतवैभव प्राप्त करवाने में सम्राट विक्रमादित्य द्वारा किया गया कार्य इस लेख के द्वारा यहां दे रहे हैं, जिससे रामभक्त पाठकों की प्रभु श्रीराम के प्रति श्रद्धा बढेगी ।

विश्व की समस्याएं कट्टर धर्मांधों के कारण निर्माण हो रही हैं, श्रद्धा के कारण नहीं ! – दाजी, ‘हार्टफुलनेस’

 ‘हार्टफुलनेस’ नामक आध्यात्मिक संस्था के मार्गदर्शक दाजी (कमलेशजी पटेल) ने उद्‌बोधन करते हुए कहा, ‘विश्व देख रहा है कि संकुचित श्रद्धा एवं पंथ लोगों में फूट डाल रहे हैं ।

SANATAN SANSTHA In ABU DHABI : अबू धाबी के ‘हार्मनी’ कार्यक्रम में सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी की आध्यात्मिक उत्तराधिकारिणी श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली मुकुल गाडगीळजी की वंदनीय उपस्थिति !

अबू धाबी के मरुस्थल (रेगिस्तान) में निर्मित एवं पश्चिम एशिया के सबसे बडे ‘बी.ए.पी.एस. हिन्दू मंदिर’ का उद्घाटन १४ फरवरी को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी की उपस्थिति में संपन्न हुआ ।