तीर्थराज प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु संकल्पपूजन एवं प्रार्थना !

सनातन संस्था की श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली मुकुल गाडगीळजी की महाकुंभ तीर्थयात्रा !

त्रिवेणी संगम पर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु संकल्पपूजन होने के उपरांत बाईं ओर से श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी

प्रयागराज, २१ जनवरी (संवाददाता) : ‘विश्वकल्याण हेतु भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हो’ इस उद्देश्य को लेकर तीर्थराज प्रयागराज के महाकुंभपर्व में गंगा, यमुना एवं सरस्वती इन नदियों के पवित्र त्रिवेणी संगम पर सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी की ओर से उनकी आध्यात्मिक उत्तराधिकारिणी श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली मुकुल गाडगीळजी के करकमलों से संकल्पपूजन एवं प्रार्थना की गई । इस अवसर पर सनातन के सद्गुरु डॉ. मुकुल गाडगीळजी, हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, समिति के धर्मप्रचारक सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी, सनातन के धर्मप्रचारक पू. प्रदीप खेमकाजी तथा उनकी धर्मपत्नी पू. (श्रीमती) सुनीता खेमकाजी की वंदनीय उपस्थिती थी । ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी का देहधारी अस्तित्व होना आवश्यक है, इसलिए उन्हें स्वास्थ्यलाभ एवं दीर्घायु प्राप्त हो’, इसके लिए भी इस अवसर पर प्रार्थना की गई ।

प्राचीन अक्षय्यवट के किए भावपूर्ण दर्शन !

इसके उपरांत श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी ने यहां के अक्षय्यवट के भावपूर्ण दर्शन किए ।