‘केंद्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग’ के अध्यक्ष ने व्यक्त किया संदेह
शिलांग (मेघालय) – ‘केंद्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग’ के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने हाल ही में मेघालय की यात्रा किया । राज्य के दक्षिण-पश्चिमी गारो पहाड़ी क्षेत्र के अमपाती जिले में कुछ दिन पहले एक आदिवासी उत्सव के समय नाबालिग लड़कियों के साथ मारपीट तथा सामूहिक बलात्कार किया गया था । इस घटना को लेकर कई शिकायतें मिलीं । चूंकि यह क्षेत्र बांग्लादेश की सीमा से लगा हुआ है, इसलिए कानूनगो स्वयं घटना की जांच करने वहां पहुंचे । इस बार जांच के उपरांत उन्होंने कहा कि ऐसा संदेह है कि यह आक्रमणकारी रोहिंग्या घुसपैठिए हैं ।
इस अवसर पर कानूनगो पीड़ितों तथा उनके परिजनों से मिले । कानूनगो ने आश्वासन दिया कि सभी दोषियों को कड़े से कड़ा दंड दिया जाएगा । कोई भी अपराधी बच नहीं पाएगा । उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो इसके लिए केंद्र तथा राज्य सरकार के स्तर पर नीतियां बनाई जाएंगी ।
#WATCH | NCPCR Chairperson Priyank Kanoongo investigates the complaints of gang rape of minor girls during attacks on them during a tribal festival in Ampati district of South West Garo Hills, Meghalaya.
(Source: NCPCR office) pic.twitter.com/QSky04SXfC
— ANI (@ANI) April 28, 2024
पुलिस ने इस प्रकरण में अब तक मुख्य आरोपी समेत ८ लोगों को बंदी बनाया है । जिला पुलिस प्रमुख विकास कुमार यादव ने कहा कि असम पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई में मुख्य आरोपी को २७ अप्रैल को मानकाचार से बंदी बनाया गया था ।
सरकार को बच्चों की सुरक्षा के लिए सभी प्रकार की उपाय योजनाएं करनी चाहिए ! – प्रियांक कानूनगोइस संबंध में प्रतिक्रिया जानने के लिए जब ‘सनातन प्रभात’ के प्रतिनिधि ने प्रियांक कानूनगो से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि स्थानीय शिकायतकर्ताओं द्वारा दी गई विश्वसनीय जानकारी के आधार पर इस बात की पूरी संभावना है कि इस घटना के पीछे रोहिंग्याओं का हाथ है । न केवल ‘राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर’ लागू करना, अपितु बच्चों की सुरक्षा के लिए भी सरकार को सभी उपाय योजनाएं करनी चाहिए ।
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संपादकीय भूमिकाकई बार यह बात सामने आई है कि भारत में बलात्कार, आतंकवादी आक्रमणों जैसे अपराधों में बांग्लादेशी अथवा रोहिंग्या घुसपैठिए सहभागी होते हैं । इसलिए अब सरकार को तुरंत ‘एनआरसी’ (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) लागू करना चाहिए तथा घुसपैठियों को बाहर निकालने का अभियान चलाना चाहिए ! |