पन्हाला (कोल्हापुर) – पर्यटकों ने पन्हाला किले पर पुसाटी बुरुज के पास स्थित संरक्षक दीवार के पत्थर घाटी में फेंके हैं। दीवार से बडे पत्थरों को नीचे घाटी में धकेलना आसान नहीं है, फिर भी पर्यटकों ने ऐसा किया है। यह घटना पुसाटी बुरुज के पास दो पुलिस चौकियां मौजूद होने के बावजूद घटित हुई।
सुबह जब पन्हाला गढ पर घूम रहे स्थानीय लोगों ने देखा कि प्राचीर टूट गई है, तो उन्होंने पुरातत्व विभाग के संभागीय अधिकारी विजय चव्हाण को इसकी सूचना दी। इस पर चव्हाण ने कहा कि हमें इस तरह की बात की जानकारी नहीं है। हम तटबंध के गिरे हुए पत्थरों को उठाकर उनकी मरम्मत कर रहे हैं। उन्होंने यह भी अपील की कि छत्रपति शिवाजी महाराज के किले को नष्ट करने वाले पर्यटक पन्हाला गढ न आएं, और राय व्यक्त की कि स्थानीय लोगों के ध्यान के कारण किला अच्छी स्थिति में है। (केवल ऐसा मत व्यक्त करना उपयोगी नहीं है, परंतु पुरातत्व विभाग इस विषय में क्या करेगा? यह भी उनसे अपेक्षित है ! – संपादक) स्थानीय नागरिकों ने मत व्यक्त किया है कि पुरातत्व विभाग और पुलिस प्रशासन दोनों ने इस विषय में अक्षम्य लापरवाही दिखाई है ।
संपादकीय भूमिकायह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पर्यटक पन्हाला किले में ऐसी हरकतें कर रहे हैं ! पुरातत्व विभाग और पुलिस प्रशासन को किले की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए ! |