भाग्यनगर विश्वविद्यालय में एस.एफ.आइ. एवं एबीवीपी के छात्रों ने किया हंगामा !
तेलंगाना में हिन्दुद्वेषी तेलंगाना राष्ट्र समिति की सरकार होने से इस घटना में यदि एस.एफ.आइ. के छात्र दोषी होंगे, तब भी उन पर कार्रवाई नहीं होगी, यही वास्तविकता है !
तेलंगाना में हिन्दुद्वेषी तेलंगाना राष्ट्र समिति की सरकार होने से इस घटना में यदि एस.एफ.आइ. के छात्र दोषी होंगे, तब भी उन पर कार्रवाई नहीं होगी, यही वास्तविकता है !
भारत ने बहुत उन्नति की है तथा दोनों ही देशों के संबंधों के लिए यह अच्छी बात है । विश्व रूस की आक्रामकता का परिणाम भुगत रहा है । ऐसे समय में सभी देश भोजन तथा ऊर्जा आपूर्ति की ओर ध्यान दे रहे हैं ।
इससे भारत की विश्व भर में अपकीर्ति हो रही है, यह ध्यान में रखते हुए सरकार को खालिस्तानी प्रवृत्तियों को कुचलने हेतु तत्काल ही कठोर कदम उठाने चाहिए !
खालिस्तानियों के थाने को हजारों की संख्या में सशस्त्र होकर घेर लेने पर पुलिस ऐसे ही पीछे हट जाएगी, तो खालिस्तानवादियों का मनोबल बढकर राज्य में उनका दहशत निर्माण होने को बढावा मिलनेवाला है । यह रोकने के लिए केंद्र सरकार को अब तो हस्तपेक्ष करना चाहिए !
हिन्दुओं, राजस्थान में कांग्रेस की सरकार रहते हिन्दू धर्म पर आघात करनेवाले आरोपियों पर कदापि कार्रवाई नहीं होगी, इस बात से निश्चिंत रहें तथा ऐसी कांग्रेस को राजनीतिक दृष्टि से समाप्त करने के लिए हिन्दू एकता की शक्ति (वज्र) तैयार करें !
अब तक ऐसी घटनाएं संसद और राज्य विधानसभाओं मेंप्राय: देखी जाती रही थीं किन्तु अब ऎसा अनाचार नगर निगमों तक पहुंच गया है औरआगामी भविष्य में ग्राम पंचायतों में भी ऐसा होने की संभावना है। इससे स्पष्ट होता है कि देश में लोकतंत्र की स्थिति चिंताजनक हो गई है!
फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के प्रवक्ता नबील अबू रुदिनेह ने एक ओर इसराइली आक्रमण की निंदा की है, तो दूसरी ओर इसराइल से आक्रमण रोकने की विनती भी की है ।
इससे यही दिखाई देता है कि, ‘पंजाब में खालिस्तानी समर्थकों की सक्रीयता कैसे बढ रही है ?’ तो भी राज्य तथा केंद्र सरकार इसके प्रति गंभीर हैै ऐसा नहीं लगता, ऐसा चित्र है । अब यहां प्रश्न निर्माण होता है कि, ‘पिछला इतिहास देखते हुए कोई बडी घटना होने के उपरांत ही सरकार जागेगी क्या ?’
पाकिस्तान के खैबर पख्तुनख्वा प्रांत के तोरखम में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) आतंकवादी संगठन और पुलिस में मुठभेड हुई । टीटीपी ने पिछले एक महीने में पुलिस पर ३ बडे आक्रमण किए ।
महमूद गजनवी के वशंज अभी भी देश में हैं इसलिए ऐसी घटनाएं घटती ही रहेंगी । उसे स्थायीरूप से रोकने के लिए हिन्दू राष्ट्र को पर्याय नहीं !