|
अमृतसर (पंजाब) – अजनाला में ‘वारीस पंजाब दे’ खालिस्तानी समर्थक संगठन के प्रमुख अमृतपालसिंह के साथी तुफान सिंह को बंदी बनाने के विरोध में अमृतपाल के हजारों समर्थकों ने यहां के पुलिस थाने का घेराव किया । उनके हाथों में बंदूकें, तलवारें तथा लाठियां थीं । इस समय पुलिस ने रास्तों पर बॅरिकेड्स (अवरोधक) लगाए थे । वह ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ की घोषणा दे रहे थे । अमृतपालसिंह ने पुलिस थाने पहुंचकर तुफान सिंह का अपराध रहित करने की मांग की । उसने घोषणा की ‘जब तक अपराध रहित नहीं किया जाएगा, तब तक हम यहां से नहीं जाएंगे ।’ समर्थकों ने यहां गुरुग्रंथसाहिब की पालकी लाकर धरना दिया और भजन गाने आरंभ किए ।
#WATCH | Punjab: Supporters of 'Waris Punjab De' Chief Amritpal Singh break through police barricades with swords and guns outside Ajnala PS in Amritsar
They've gathered outside the PS in order to protest against the arrest of his (Amritpal Singh) close aide Lovepreet Toofan. pic.twitter.com/yhE8XkwYOO
— ANI (@ANI) February 23, 2023
अमृतपाल के विरोध में सामाजिक माध्यमों द्वारा टिप्पणी करनेवाले युवक का अपहरण कर उसे पीटा गया था । इस प्रकरण में अमृतपाल के साथ ३० लोगों के विरोध में अपराध प्रविष्ट किया गया था । इस प्रकरण में पुलिस ने तुफान सिंह को बंदी बनाया । जिसके उपरांत अमृतपाल ने पुलिस थाने के बाहर आंदोलन करने की घोषणा की थी ।
Law and order of Punjab under Kejriwal rule!
Goons of Khalistani Amritpal Singh captured entire Police station breaking through barricades with swords and guns. pic.twitter.com/9qFx96Masq— Kreately.in (@KreatelyMedia) February 23, 2023
निष्क्रिय पुलिस !
अमृतपाल ने २ दिन पूर्व ही पुलिस थाने का घेराव करने की घोषणा की थीे; परंतु पंजाब पुलिस द्वारा इसे गंभीरता से न लेने के कारण अमृतपाल के समर्थक हजारों की संख्या में यहां पहुंच गए । यहां तनाव की स्थिति निर्माण होने के कारण पुलिस ने बडी संख्या में व्यवस्था की हैै । अमृतपाल ने इस समय अजनाला के पुलिस अधीक्षक सतींदर सिंह से चर्चा की । अमृतपाल ने तुफान सिंह को छोडने के लिए पुलिस को १ घंटे का समय दिया था ।
#WATCH |Amritsar | 'Waris Punjab De' chief Amritpal Singh says, "…FIR registered only with a political motive. If they don't cancel the case in 1hr, Admin will be responsible for whatever happens next…They think we can't do anything, so this show of strength was necessary…" pic.twitter.com/Cl5Tz5b9wS
— ANI (@ANI) February 23, 2023
संपादकीय भूमिकाइससे यही दिखाई देता है कि, ‘पंजाब में खालिस्तानी समर्थकों की सक्रीयता कैसे बढ रही है ?’ तो भी राज्य तथा केंद्र सरकार इसके प्रति गंभीर हैै ऐसा नहीं लगता, ऐसा चित्र है । अब यहां प्रश्न निर्माण होता है कि, ‘पिछला इतिहास देखते हुए कोई बडी घटना होने के उपरांत ही सरकार जागेगी क्या ?’ |