सामाजिक माध्यम चला रहे हैं ‘मनमानी न्यायालय´! – मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमणा
जनमानस का विचार है कि ऐसे सामाजिक माध्यमों पर न्यायालय को प्रतिबंध लगाने चाहिए !
जनमानस का विचार है कि ऐसे सामाजिक माध्यमों पर न्यायालय को प्रतिबंध लगाने चाहिए !
नूपुर शर्मा प्रकरण पर धर्मांधों ने अब धर्मयुद्ध घोषित कर हिन्दुओं को लक्ष्य करना चालू किया है, यह इस प्रकार की घटनाओं से प्रतिदिन ध्यान में आ रहा है । इन घटनाओं से स्वयं की रक्षा करने के लिए अब हिन्दुओं को स्वसंरक्षण प्रशिक्षण लेना अपरिहार्य है !
‘जगदानंद सिंह का पाक से क्या संबंध है, इसी की जांच करने की आवश्यकता है’, ऐसा किसी के कहने पर आश्चर्य न हो !
हिंसक आंदोलन कर सार्वजनिक मालमत्ता की हानि करनेवाली सरकार को आजन्म कारागृह में डालकर हानिभरपाई वसूल करें; उसका भुगतानखर्च जनता पर न पडने दिया जाए !
ये यात्री हरिद्वार से गंगाजल लेकर ग्वालियर लौट रहे थे । पुलिस ने कहा कि ट्रकचालक को शीघ्र ही बंदी बनाया जाएगा ।
ऐसे सातत्य से शिरच्छेद मुसलमान अथवा ईसाइयों के हुए होते, तो अब तक हिन्दूद्वेषियों ने कोलाहल मचाकर पूरे देश को सिर पर उठा लिया होता; परंतु अब सभी ने चुप्पी साध ली है !
पाकिस्तान का विविध मार्गों से लगातार भारत विरोधी करतूतें प्रमाण सहित सिद्ध होकर भी सरकार पाकिस्तान के विरुद्ध ठोस कार्रवाई क्यों नहीं करती, यह जनता के लिए एक पहेली है !
ऐसे जागृत अभिभावक सर्वत्र चाहिए ! उत्तराखंड की भाजपा सरकार को ऐसे विद्यालय के व्यवस्थापन के विरोध में कार्रवाई करनी चाहिए !
संतों की मृत्यु के लिए राजस्थान की कांग्रेस सरकार ही उत्तरदायी है । इसके लिए वे कितना भी कठोर प्रायश्चित क्यों न लें, वह अल्प ही है । अब जनता को कांग्रेस सरकार को सत्ता से हटाना चाहिए !
हिन्दु बहुसंख्यक होते हुए भी उन्होंने पिछले ७५ वर्षाें में धर्म के आधार पर इस प्रकार का कोई भी निर्णय नहीं अपनाया है । किंतु जहां मुसलमान बहुसंख्यक हैं, वहां त्वरित उनके धर्मानुसार इस प्रकार का निर्णय अपनाया जाता है । हिन्दू यह बात ध्यान में रखें, वही सुदिन होगा !