मुंबई के आजाद मैदान दंगे को ११ वर्ष होने के बावजूद अभी भी मुकदमे की सुनवाई नहीं !

आजाद मैदान में दंगा करने वाले ११ वर्षों के उपरांत भी खुले घूम रहे हैं, यह पुलिस, प्रशासन और सभी राजनीतिक पार्टियों के लिए लज्जास्पद !

रतलाम (मध्य प्रदेश) में कट्टरपंथी मुसलमानों द्वारा पुलिस थाने को घेरा डालकर ‘सर तन से जुदा’ की घोषणा !

कथित इस्लाम विरोधी फेसबुक पोस्ट पर मुसलमान संतप्त !
आरोपी लडकी के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट करने के उपरांत भी मचाया हो-हल्ला !

नूंह हिंसा के लिए पाकिस्तान द्वारा संचालित सामाजिक माध्यमों के १२ गुट उत्तरदायी ! – हरियाणा पुलिस

हिंसा के आरोपी मुनसैद एवं सैकुल को बंदी बनाया गया !
सैफुल्ला एवं मेहबूब नामक रोहिंग्या मुसलमानों को भी बंदी बनाया गया !

प्रेषित मोहम्मद का अपमान करनेवालों का सिर काटने की धमकी देनेवाले गिरफ्तार !

मोहम्मद अयाज एवं अकबर सैयद ने  ‘एम.आई.एम.’ के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने वर्ष २०१२ में, ‘पुलिस को १५ मिनट के लिए हटाएं, फिर देखते हैं कौन अधिक शक्तिशाली है’, इस टिप्पणी को दाेहराया । 

नगर के राहुरी और अकोले तहसील में ‘लव जिहाद’ के प्रकरण उजागर !

ऐसे धर्मांध को तुरंत दंड मिलने पर ही ‘लव जिहाद’ के आगे के प्रकरण रुकेंगे !

धर्मांधों ने हिन्दुओं के देवताओं की प्रतिमाएं नष्ट कीं, तो जुबेर खान नामक कर्मचारी के औषधालय को हाथ भी नहीं लगाया !

नूंह के अलवर अस्पताल पर किए आक्रमण का प्रकरण !

हरियाणा के ५० गांवों में मुसलमान व्यापारियों के प्रवेश पर प्रतिबंध !

हिन्दू समाज सहिष्णु है । वह बहिष्कार जैसा अंतिम कदम क्यों उठा रहा है, सरकार इसे ज्ञात कर क्या समाज को आश्‍वस्त करने का काम  करेगी ? 

ललितपुर (उत्तर प्रदेश) में श्री हनुमानजी की मूर्ति तोडनेवाले २ मुसलमान गिरफ्तार !

मूर्तिभंजक मोहम्मद गोरी के वंशज आज भी भारत में खुले घूम रहे हैं, यह ध्यान रखें । उन पर दबाव बनाने के लिए क्या सरकार कुछ कदम उठाएगी ? 

मध्य प्रदेश के चार गांवों में मुसलमान और ईसाई व्यापारियों के प्रवेश पर प्रतिबंध !

हिन्दुओं पर होने वाले आक्रमण रोकने में सरकारी व्यवस्था असफल होने से हिन्दुओं को इस प्रकार के कठोर निर्णय लेने पड रहे हैं, ऐसा कहने में क्या गलत ?

हिन्दू लडके से प्रेम करनेवाली मुसलमान लडकी की उसके ही पिता तथा भाई ने की हत्या !

लव जिहाद का हिन्दुओं द्वारा विरोध करने पर ‘प्रेम का धर्म नहीं होता’, ऐसा हिन्दुओं को उपदेश देनेवाले निधर्मीवादी ऐसे मुसलमानों को इस धर्मांधता के विषय में कुछ क्यों नहीं कहते ?