पाकिस्तान में तोडा गया हिन्दू मंदिर !

भारत में अन्य धर्मों के पूजा स्थलों पर पथराव की अफवाह से भी देश में तनाव बढ़ता है; परंतु ध्यान रहे कि पाकिस्तान में हिन्दू मंदिरों को तोडने पर भी कोई मुंह नहीं खोलता !

(कहते हैं ) ‘श्रीराम मद्यपान करते थे, उन्हें आदर्श कैसे कहें ? – के.एस. भगवान

पाकिस्तान में अल्ला, पैगंबर, कुरान आदि का अपमान करनेवालों को फांसी का दंड दिया जाता है । वैसा ही दंड अब भारत में हिन्दू धर्म के संबंध में करने वाला कानून, केंद्र की भाजपा सरकार को करना चाहिए, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !

नौशाद और जग्गा के आतंकवादी संगठनों से संबंध ! – देहली पुलिस

देहली के जहांगीरपुरी प्रकरण में बंदी बनाए गए आतंकवादी नौशाद एवं जगजीत उपाख्य जग्गा के कुछ आतंकवादी संगठनों एवं गुंडों से संबंध होने का खुलासा देहली पुलिस ने किया है ।

सर्वोच्च नेता का कार्टून प्रकाशित करने के कारण ईरान के सेना प्रमुख की ओर से ‘शार्ली हेब्दो’ समाचारपत्र के संपादक को धमकी !

प्रचारमाध्यमों की स्वतंत्रता पर इस प्रकार प्रहार करनेवालों के विरोध में भारत के आधुनिकतावादी कभी बोलेंगे क्या ?

केंद्रीय गृह मंत्रालय के अभिलेखों में ‘हिन्दू आतंकवाद’ शब्द नहीं है !

सूचना का अधिकार कार्यकर्ता प्रफुल्ल शारदा द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय के अभिलेख में ‘हिन्दू आतंकवाद’ शब्द नहीं है । प्रफुल्ल शारदा ने आरोप लगाया कि तुष्टीकरण की राजनीति के कारण कुछ राजनीतिक नेताओं ने ‘हिन्दू आतंकवाद’ शब्द निर्माण किया।

मंगलुरु की नेत्रावदी नदी में मिला बजरंग दल के कार्यकर्ता का शव !

सरकार ने इस प्रकरण की तत्काल जांच कर सत्य जनता के सामने लाना चाहिए !

भाभी पर बलात्कार करने का विरोध करने पर अल्ताफ अहमद ने गला दबाकर की उसकी हत्या !

ऐसे वासनांधों को फांसी दी जाए !

सहस्त्र वर्षों से संघर्ष कर रहे हिन्दुओं का आक्रामक होना स्वाभाविक है ! – सरसंघचालक

मुसलमानों को अपनी यह अहंकारी धारणा छोड़ देनी चाहिए कि वे सर्वश्रेष्ठ हैं । उन्हें (मुसलमानों को) ‘हम एक उच्च वंश के हैं, हमने पहले भी इस देश पर शासन किया है और फिर से करेंगे , केवल हमारी पद्धति ही योग्य तथा अन्य निम्न  हैं, हम अलग हैं और इसलिए दूसरों के साथ नहीं रह सकते, यह दुराग्रह छोडना होगा ‘।

पाकिस्तान को अफगानिस्तान पर आक्रमण करने की गलती नहीं करनी चाहिए !

इमरान खान पाकिस्तान सरकार को और उनकी सेना को ‘भारत में जिहादी आतंकवादी कार्यवाहियां न करें’, ऐसा क्यों नहीं कहते ? स्वयं प्रधानमंत्री होते हुए उन्होंने ये कार्यवाहियां क्यों नहीं रोकी ?