अनुच्छेद ३७० हटने के उपरांत, पिछले दो वर्षों में राज्य के बाहर के लोगों ने केवल ७ भूखंड क्रय किए !
इससे स्पष्ट है, कि अनुच्छेद ३७० के निरस्त होने और सुरक्षा बलों द्वारा प्रतिदिन जिहादी आतंकवादियों को मारने के बाद भी, लोगों में यह भावना है कि, ‘कश्मीर अभी भी भारतीयों के रहने के लिए सुरक्षित नहीं है ।’ देशभक्तों को लगता है, कि सरकार को इस पर विचार करना चाहिए !