बिहार में सभी सार्वजनिक मंदिरों को ४ प्रतिशत कर देना होगा !

राज्य के ‘धार्मिक न्यास मंडल’ का निर्णय

  • ध्यान दें, मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारा इत्यादि को नहीं; बल्कि केवल हिन्दू मंदिरों को कर देना पडता है ! – संपादक
  • पाकिस्तान, बांग्लादेश इत्यादि देशों में भी जो नियम नहीं, वह जनता दल (संयुक्त) और भाजपा की सत्तावाले बिहार में लागू होना लज्जाजनक ! – संपादक
  • इससे स्पष्ट होता है कि सरकार मंदिरों की ओर केवल ‘आय के माध्यम’ के रूप में देखती है ! मंदिरों पर इस शासन समर्थित लूट के विरोध में क्या अब समस्त हिन्दू संगठित होकर आवाज उठाएंगे ? या सदैव की भांति मुंह में दही जमाकर बैठेंगे ? – संपादक

     पाटलीपुत्र (बिहार) – बिहार राज्य के ‘धार्मिक न्यास मंडल’ ने राज्य के सभी सार्वजनिक मंदिरों से ४ प्रतिशत कर वसूली का निर्णय लिया है । जो निजी मंदिर हैं; उन्हें सर्वसामान्य लोगों के लिए खुला किया गया है, वे भी इनमें समाविष्ट है । १ दिसंबर से सभी मंदिरों की प्रविष्टि का अभियान आरंभ किया जाएगा । इस मंडल ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों से ऐसे मंदिरों की सूची मांगी है, जिनकी प्रविष्टि नहीं है । वर्तमान में बिहार राज्य में केवल ४ सहस्र ६०० मंदिरों की प्रविष्टि की गई है । राज्य के कुछ प्रमुख मंदिरों की प्रविष्टि नहीं की गई है । इस मंडल के सदस्य और महंत विजय शंकर गिरी का कहना है कि निजी मंदिरों में बाहर से आकर लोग पूजा करते हैं । ये सभी मंदिर ‘सार्वजनिक मंदिर’ के रूप में पहचाने जाएंगे । (३०.११.२१)