नई दिल्ली – कोरोना संकट के समय देश के डॉक्टरों ने सक्षम रुप से काम किए । केंद्र सरकार ने भी कुछ अच्छे काम किए । इस कारण सभी बातों पर टिप्पणी नहीं करेंगे; लेकिन एक ओर देश के सांसदों की ‘सांसद निधि’ बंद की गई है, तो स्वयं की प्रसिद्धि के लिए पिछले ३ वर्षों में केंद्र सरकार ने लगभग १ सहस्र ६९८ करोड रुपए खर्च किये
हैं । अर्थात केंद्र सरकार प्रतिवर्ष लगभग ६०० करोड रुपए का खर्च केवल स्वयं की प्रसिद्धि के लिए करती है, ऐसी टिप्पणी शिवसेना के ठाणे के सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे ने लोकसभा में की ।
डॉ. श्रीकांत शिंदे ने आगे कहा कि, वर्ष २०१७ में केंद्र सरकार ने ‘वर्ष २०२२ तक देश में डेढ लाख स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे’, ऐसी घोषणा की थी; परंतु ४ वर्षों बाद भी लगभग ५५ प्रतिशत अर्थात ८० सहस्र स्वास्थ्य केंद्र बनाए गए हैं । इस कारण आने वाले वर्ष में ७० सहस्र स्वास्थ्य केंद्र कैसे बनाएंगे , इसका भी उत्तर सरकार को देना चाहिए ।