न्यायपालिका में भीषण भ्रष्टाचार है तथा न्यायाधीश अधिवक्ताओं द्वारा लिखित निर्णय ही सुनाते हैं  !

राजस्थान की कांग्रेस सरकार के प्रमुखमंत्री अशोक गेहलोत पर गंभीर आरोप  !

चित्तौडगढ (राजस्‍थान) के मेवाड विश्‍वविद्यालय में कश्‍मिरी मुसलमानों द्वारा हिंसा !

राजस्‍थान मेें काँग्रेस की सरकार होने के कारण वहां पाकिस्‍तानी राज के समान स्‍थिति है । ऐसे मेें कश्‍मीरी मुसलमान हिंसा करें तो इसमें आश्‍चर्य क्‍या है ?

अजमेर (राजस्‍थान) में छात्राओं के कमर तथा नितंब का आकार मांगने पर विद्यालय के विरोध में परिजनों का क्रोध !

छात्र तथा छात्राओं के खेलों के संदर्भ में निर्णय लेने के लिए शिक्षा विभाग ने कुछ नियम बनाए हैं । उनकी ओर अनदेखा कर इस प्रकार की अनावश्यक जानकारी मंगवाने के लिए विद्यालय व्यवस्थापन पर कार्रवाई करनी चाहिए !

(और इनकी सुनिए…) ‘चंद्रयान के साथ गए सभी यात्रियों को सलाम !’ – अशोक चांदना, क्रीडामंत्री (राजस्थान कांग्रेस सरकार)

‘संपूर्ण जगत का ज्ञान हमें ही है’, इस अवधारणा में रहनेवाले भारतीय राजनेताओं का यह एक प्रातिनिधिक उदाहरण है, ऐसा कोई कहे तो इसमें अनुचित क्या है ?

राजस्थान में चाकू मारकर संत मोहन दासजी की हत्या !

भारत में इस प्रकार हिन्दुओं के संत-महंतों की हत्या होना लज्जाजनक !

इरफान हैदर ने स्वयं को हिन्दू जताकर विवाहित हिन्दू महिला को भगा ले गया !

 २ बच्चों की मां का कुवेत में ले जाकर किया धर्मांतर

उदयपुर (राजस्थान) में श्री राजपूत करणी सेना के प्रदेशाध्यक्ष भंवर सिंह पर गोलीबारी !

करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने संबंधित युवक को पकडकर इस संदर्भ में पुलिस को जानकारी दी है । अभी आक्रमण के कारण की जानकारी नहीं मिली है ।

भीलवाडा (राजस्थान) में एक अवयस्क युवती के साथ सामूहिक बलात्कार कर कोयले की भट्ठी में जला दिया गया !

ऐसा नृशंस कृत्य करने वाले हत्यारों को सार्वजनिक रूप से चौराहे पर फांसी दो !

राजस्थान कांग्रेस के निलंबित मंत्री राजेंद्र गुढा ने सरकार द्वारा किए भ्रष्टाचार की जानकारी को किया सार्वजनिक !

कांग्रेस और भ्रष्टाचार यह समीकरण ही होने से जहां उनकी सरकार है वहां भ्रष्टाचार नहीं हुआ तो यह समाचार होगा !

(और इनकी सुनिए…) ‘माता सीता इतनी सुंदर थीं कि राम एवं रावण दोनों उनके पीछे पागल थे !’ – कांग्रेस के नेता राजेंद्र सिंह गुढा

क्या राजेंद्र सिंह गुढा कभी मुहम्मद पैगंबर अथवा ईसा मसीह के विरुद्ध ऐसा वक्तव्य देने का साहस कर सकते हैं ?