अजमेर (राजस्‍थान) में छात्राओं के कमर तथा नितंब का आकार मांगने पर विद्यालय के विरोध में परिजनों का क्रोध !

  • विद्यालय ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि विद्यार्थियों के लिए योग्‍य खेल कौन सा है, यह निश्‍चित करने के लिए जानकारी मंगाई !

  • भारत में सबसे बडे ‘सेक्‍स स्‍कैंडल’से संबंधित पीड़ित छात्राएं इसी विद्यालय की थीं !

अजमेर (राजस्‍थान) – यहां के सोफिया विद्यालय के सभी विद्यार्थियों से ‘खेल के प्रकार’ के नामपर वैद्यकीय प्रमाणपत्र मांगा गया है । इसमें उन्‍होंने उनके कमर तथा नितंब का आकार भी बताने की सूचना निकाली है । इस प्रकार की जानकारी मांगने पर छात्राओं के परिजनों  ने क्रोध व्यक्त किया । यह वही विद्यालय है जिसमें १९८० तथा १९९० के दशक में लैंगिक अत्‍याचारों का प्रकरण सामने आया था । इसमें उजागर हुआ था कि अजमेर दरगाह के चिश्ती परिवार के लोग, तथा अनेक कांग्रेस नेताओं का हाथ था । इस पर हाल ही में ‘अजमेर ९२’ चलचित्र भी प्रसारित हुआ है ।

अजमेर के ‘सोफिया सीनियर सेकेंडरी स्‍कूल’ में २ हजार ५०० से अधिक विद्यार्थी पढते हैं । इन सबसे ‘स्‍वास्‍थ्‍य तथा कार्य कार्ड’ के नाम पर एक फार्म भरने के लिए कहा गया था । इसमें खेलों के नाम लिखे थे तथा नीचे के भाग में ‘हेल्‍थ रिकॉर्ड के कॉलम में दृष्टि, कान, दांत की स्थिति के साथ हृदय गति (पल्‍स रेट), ऊंचाई, तथा कमर एवं नितंब का आकार भी लिखने को कहा है । साथ ही इस हेतु अस्पताल से वैद्यकीय प्रमाणपत्र भी लाने के लिए कहा है ।

विद्यालय के प्रतिनिधि सुधीर तोमर का कहना है कि इस फॉर्म द्वारा बच्‍चों का ‘बॉडी मास्‍क इंडेक्‍स’ निकालकर उनके शरीर के अनुसार उन्हें किस खेल में सहभागी किया जाए, यह निश्‍चित करना ।

संपादकीय भूमिका

छात्र तथा छात्राओं के खेलों के संदर्भ में निर्णय लेने के लिए शिक्षा विभाग ने कुछ नियम बनाए हैं । उनकी ओर अनदेखा कर इस प्रकार की अनावश्यक जानकारी मंगवाने के लिए विद्यालय व्यवस्थापन पर कार्रवाई करनी चाहिए !