Exclusive : तालिबान, भविष्य में कश्मीर पर आक्रमण कर सकता है ! – कोएनराड एल्स्ट, लेखक, बेल्जियम

ऐसा हो, इससे पहले भारत को तालिबान की सहायता करने वाले पाकिस्तान को नष्ट करना होगा !

केरल के ‘अद्वैत आश्रम’ के स्वामी चिदानंदपुरी की अपकीर्ति करने का कम्युनिस्टों का अश्लील प्रयास !

जब केरल में ऐसी कई घटनाएं होती हैं, तब कम्युनिस्ट, पाद्रियों का समर्थन करने का ही प्रयास करते हैं ; परंतु, असत्य आरोप लगाकर हिन्दू संतों की अपकीर्ति करने में कम्युनिस्ट सबसे आगे हैं ; यही कम्युनिस्टों का पाखंड है, यह ध्यान में रखें !

रेल गाडी यदि विलंब से चल रही हो, तो यात्रियों को क्षतिपूर्ति दी जाए ! – सर्वोच्च न्यायालय

स्वतंत्रता के ७४ वर्षों में, सरकारी तंत्र एवं भारतीय जनता द्वारा समय का महत्व न समझना एवं उसपर आग्रही न होना ; यह भारत के पिछडेपन का एक कारण है, यह भारतीयों के लिए लज्जाजनक !

बंगाल में भाजपा सांसद के निवास स्थान पर बम फेंका !

तृणमूल काँग्रेस के शासन में बंगाल में अराजक लोग बढे हैं, यह अब स्पष्ट हो रहा है !

प्रत्येक घर में लाइसेंसी हथियार रखने चाहिए ! – मध्य प्रदेश की मंत्री उषा ठाकुर का आवाहन

समाज में खून, बलात्कार आदि का प्रमाण बढने से उसे रोकने के लिए सरकारी तंत्र निष्प्रभावी हो गया है । यह ध्यान में रखकर अब समाज को ही स्वयं की रक्षा करने के लिए तैयार होना आवश्यक है !

(कहते हैं) ‘भारत में मुसलमान कभी भी बहुसंख्यक नहीं हो सकते !’ –  कांग्रेस के सांसद दिग्विजय सिंह 

देश के अनेक जिले और तहसील अब मुसलमान बाहुल्य हो गए हैं । वहां के हिन्दुओं पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला जाता है, उनको वहां से पलायन करने के लिए विवश किया जाता है, इस विषय में दिग्विजय सिंह बोलेंगे क्या ?

भले ही बडे विक्रेता स्वयं के पास मादक पदार्थ न रखते हो, उनके विरुद्ध की गई कार्यवाही उचित ही है ! – पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय

मादक पदार्थों के विक्रेता की गिरफ्तारी-पूर्व जमानत, आवेदन न्यायालय ने निरस्त की !

इस्लाम धर्म संगीत, नृत्य, लोकतंत्र, महिला अधिकार आदि का विरोध करता है ! – बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन

क्या भारत में धर्मनिरपेक्षतावादी, आधुनिकतावादी , इस्लामवादी विद्वान आदि क्या इस विषय में बात करेंगे ? क्या वे तालिबान का विरोध करेंगे ?

‘मुझे अपेक्षा है कि तालिबान इस्लामी नियमों के आधार पर अच्छा शासन करेगा !’ – फारूक अब्दुल्ला

जब तालिबान का इतिहास एवं वर्तमान क्रूरता के होते हुए भी, फारूक अब्दुल्ला ऐसा वक्तव्य देने साहस कैसे जुटाते हैं

‘इस्लाम’ विदेशी आक्रांताओं के साथ भारत में आया’, यह इतिहास है वैसा बताना आवयक ! – मोहन भागवत, संघ प्रमुख, रा.स्व. संघ 

मुसलमान समाज के समझदार और अच्छे विचारों के नेताओं को आततायी वक्तव्यों का विरोध करना चाहिए । उन्हें यह काम लंबे समय तक और प्रयास पूर्वक करना होगा ।