(कहते हैं) ‘चाणक्य विश्वविद्यालय’ समान ‘टीपू सुलतान विश्वविद्यालय’ स्थापित करें !’
काँग्रेस पार्टी एक बात कहती है और उसके विधायक कुछ अलग ही बताते हैं ! मुसलमानों के लिए धर्म पहले महत्व का होता है और बाद में पार्टी आदि, यही इससे पुन: स्पष्ट होता है !