कर्नाटक के भाजपा विधायक के धर्मांतरित मां सहित ४ परिवारों का हिन्दू धर्म में पुनः प्रवेश ! 

  • ईसाई धर्मप्रचारक हिन्दुत्वनिष्ठ दल होने वाले एवं राज्य में सत्ता में होने वाले भाजपा के ही विधायक की मां का धर्मांतरण करने का  साहस करते हैं, इससे स्पष्ट है कि उन्हें किसी भी बात का भय नहीं है ! – संपादक

  • जब धर्मांतरण का प्रहार अपने ही दल के जनप्रतिनिधियों पर पडा हो, क्या तभी तो केंद्र की भाजपा सरकार धर्मांतरण विरोधी कानून पारित करेगी ? – संपादक
(प्रतिकात्मक छायाचित्र)

बेंगलुरू – कर्नाटक विधानसभा में हिन्दुओं के धर्मांतरण का सूत्र उपस्थित करने वाले चित्रदुर्ग जनपद के भाजपा विधायक गुलिहट्टी शेखर की धर्मांतरित मां सहित चार परिवारों ने पुनः हिन्दू धर्म में प्रवेश किया है । विधायक शेखर ने कहा कि ऐसा करके उन सभी ने अपनी गलती सुधारी है । हिन्दू धर्म में पुनः प्रवेश करने वालों ने सर्वप्रथम मंदिर जाकर पूजा अर्चना की । विधायक शेखर ने कहा कि इन सभी का बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराया गया था ।

विधायक शेखर ने विधानसभा के वर्षाकालीन सत्र में सूत्र उपस्थित करते हुए दावा किया था कि ईसाइयों ने उनकी मां सहित २० सहस्र से अधिक लोगों का धर्म परिवर्तन कराया है । (जब एक राज्य में इतनी बडी संख्या में हिन्दुओं का धर्मांतरण हो रहा था, क्या तब सरकारी तंत्र सो गया था ? – संपादक) उस समय, उन्होंने ईसाई धर्मप्रचारकों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की थी । उन्होंने यह भी कहा था कि, ईसाई धर्म प्रचारकों का विरोध करने वालों को ईसाई धर्मप्रचारकों द्वारा झूठे अपराधों के प्रकरणों में फंसाया जाता है । (इससे स्पष्ट होता है कि ईसाई धर्मप्रचारक कितने उद्दण्ड हो गए हैं ! – संपादक) राज्य के गृह मंत्री ने इस संबंध में कार्यवाही करने का आश्वासन दिया था । उस समय विधायक शेखर ने कहा था कि, धर्म परिवर्तन के पश्चात उनकी मां को अपने माथे पर कुमकुम लगाने पर रोक लगाई थी । उनकी मां उनके पूजा घर के देवताओं के चित्र देख भी नहीं रही थी ।