विश्व हिंदू परिषद ने मौलवियों को गांव छोडने की चेतावनी दी
विश्व हिन्दू परिषद के संयुक्त सचिव सुरेंद्र जैन ने १६ अक्टूबर के दिन हरियाणा के मानेसर में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में मौलवियों को उनका गांव छोडने की चेतावनी दी ।
विश्व हिन्दू परिषद के संयुक्त सचिव सुरेंद्र जैन ने १६ अक्टूबर के दिन हरियाणा के मानेसर में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में मौलवियों को उनका गांव छोडने की चेतावनी दी ।
पाकिस्तान के सिन्ध प्रांत में लरकाना शहर में ९ अक्तुबर के दिन एक मौलाना ने अजय कुमार नामक एक हिन्दु व्यक्ती का बलपूर्वक धर्मांतरण किया गया है।
मध्यप्रदेश में शहडोल जिले के जंगल में २६ सितंबर २०२२ को मौलाना अताउल्ला कासमी की मृतदेह मिली । एक महिला से अनैतिक वर्तन करने से मौलाना की हत्या होने का संशय व्यक्त किया जा रहा है । इस हत्या के आरोपियों का बजरंग दल से संबंध होना, पुलिस ने नकारा है ।
मौलाना रिजवी ‘ऑल इंडिया मुस्लिम जमात’ के अध्यक्ष हैं । इस धमकी के उपरांत उन्होंने एक वीडियो भी प्रसारित किया है । जिसमें उन्होंने कहा है, ‘‘मैं शांत बैठनेवालों में से नहीं हूं । ऐसी धमकियों से मैं नहीं डरुंगा ।’’
‘पी.एफ.आई.’ पर प्रतिबंध लगने के उपरांत विरोधी पक्षों की ओर से रा.स्व. संघ पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते समय दूसरी और मुसलमानों के कुछ संगठनों ने प्रतिबंध का स्वागत किया है । सूफी और बरेलवी मौलवियों ने प्रतिबंध का स्वागत किया है ।
‘जिहादी आतंकवादियों का धर्म नहीं होता’, ऐसा कहने वाले अब कुछ नही बोलते; कारण उनका झूठ उजागर हो चुका है । हिन्दुओं को और उनके संतों को ‘आतंकवादी’ कहने वाले राजकीय पक्ष समाप्त होने के मार्ग पर हैं, यह ध्यान में लें !
ऐसे देशद्रोही मौलवी के देश का एक भी मुसलमान संगठन, नेता, धार्मिक नेता विरोध नहीं करता अथवा उनका निषेध नहीं करता, यह ध्यान में लें !
इस्लामिक देशों में शरीयत कानून के अनुसार ऐसे वासनाधों को कटी (कमर) तक गढ्ढे में गाडकर, उसे पत्थरों से मार डालने का मृत्युदंड दिया जाता है । इसलिए यदि कोई इसप्रकार दंड दिए जाने की मांग करे, तो इसमें आश्चर्य कैसा ?
सरकार को ऐसे वासनांधाओं पर कार्रवाई करने के साथ इस प्रकार चलनेवाले मदरसों पर बंदी लगानी चाहिए !
किर्गिस्तान के मौलवी सदयबकास दुलोव का रोषजनक कथन