फरीदाबाद (हरियाणा) में धर्मांध युवकों द्वारा हिन्दू युवक का शिरच्छेद !
ऐसे सातत्य से शिरच्छेद मुसलमान अथवा ईसाइयों के हुए होते, तो अब तक हिन्दूद्वेषियों ने कोलाहल मचाकर पूरे देश को सिर पर उठा लिया होता; परंतु अब सभी ने चुप्पी साध ली है !
ऐसे सातत्य से शिरच्छेद मुसलमान अथवा ईसाइयों के हुए होते, तो अब तक हिन्दूद्वेषियों ने कोलाहल मचाकर पूरे देश को सिर पर उठा लिया होता; परंतु अब सभी ने चुप्पी साध ली है !
राजस्थान में चूंकि कांग्रेस की सरकार इस्लामिक देशों की तरह ही शासन कर रही है, इसलिए देखा जा सकता है कि धार्मिक संगठनों ने कितना आतंक मचा रखा है ! इससे पता चलता है कि कांग्रेस ने देवभाषा संस्कृत को मृत भाषा घोषित कर उसका तिरस्कार किया है और ऐसा करती ही जा रही है ! इस तथ्य से यह सिद्ध होता है । इस परिस्थिति को बदलने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही एकमात्र विकल्प है !
नूपुर शर्मा प्रकरण पर धर्मांधों द्वारा हिन्दुओं को, साथ ही उनके कार्यकर्ताओें को लक्ष्य किया जा रहा है, यह पिछली कुछ घटनाओं से समझ में आ रहा है । हिन्दुओं के लिए यह खतरे की घंटी ही है । इन आक्रमणों से स्वयं की रक्षा करने के लिए हिन्दुओं द्वारा स्वसंरक्षण प्रशिक्षण लेने के सिवाय पर्याय नही !
हिन्दुओं के कार्यक्रमों में यदि केवल लाठियां भी हों, तब भी आतंकवादियों समान उनकी छवि निर्माण करनेवाले तथाकथित आधुनिकतावादी, हिन्दूद्वेषी मीडिया आदि अब मौन क्यों ?
मैमनसिंग जिले के भालुका उप-जिले में मुसलमान कट्टरपंथियों ने जातीयवादी घोषणा देते हुए हिन्दू की दुकानों पर आक्रमण किया । इस अवसर पर एक हिन्दू दुकानदार पर गोली भी चलाई ।
श्रवण कुमार ने बताया कि इस्लाम धर्म में अधिक मात्रा में अपने-पराए का भाव है । यहां भाई भाई का नहीं होता । लोग स्वार्थ तथा संपत्ति हेतु हत्या भी कर देते हैं । इन बातों से मैं अधिक परेशान था और मैंने निश्चय किया कि मैं हिन्दू धर्म अपनाऊंगा ।
काँग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष द्वारा किए विधान कि ‘भारत की तिजोरी पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का’ का विरोध !
हिन्दुओं के मुठ्ठीभर जिहादियों से घबरा जाने का यह परिणाम है ! इसके विरोध में हिन्दुओं को संगठित होकर अपनी रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए !
कभी भी कोई भी कारण बनाकर हिन्दुओं पर आक्रमण करने वाले धर्मांधों का कावड यात्रा के समय और वो भी हरिद्वार जैसे तीर्थ क्षेत्र में दंगा करवाने का षडयंत्र न हो ?