कश्मीर में ३ आतंकवादी मारे गए !
कश्मीर में जिहादी आतंकवाद तब तक नहीं मिटेगा जब तक कि आतंकवादियों के जन्म देनेवाले पाकिस्तान को नष्ट नहीं किया जाता !
कश्मीर में जिहादी आतंकवाद तब तक नहीं मिटेगा जब तक कि आतंकवादियों के जन्म देनेवाले पाकिस्तान को नष्ट नहीं किया जाता !
अल् कायदा का अस्तित्व अब विनाश की ओर है । ऐसे समय उसका अस्तित्व बनाए रखने के लिए अल् कायदा हिन्दुओं के नाम पर मुसलमानों को भडकाने का प्रयास कर रहा है; परंतु इस्लामी देश एवं मुसलमान इसके लिए भीख नहीं मांगेंगे; क्योंकि ऐसा करना उनके लिए हानिकारक है !
जम्मू कश्मीर में शोपिया जिले के मुंझ मार्ग परिसर में २० दिसंबर की भोर में आतंकवादी और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड में लष्कर-ए-तोयबा के ३ आतंकवादी मारे गए , जिनमें से २ की पहचान हो सकी है और तीसरे को पहचानने की प्रक्रिया चालू है ।
राष्ट्रीय अन्वेषण तंत्र (एन.आइ.ए.) ने कन्हैयालाल की हत्या करनेवाले रियाज तथा गौस मोहम्मद के साथ ११ अन्य लोगों पर विशेष एन.आइ.ए. न्यायालय में आरोपपत्र प्रविष्ट किए हैं ।
केवल भारत में ही ऐसा हो सकता है ! इसके लिए उत्तरदायी लोगों पर कार्यवाही होना असंभव है, यह भी उतना ही स्पष्ट है !
पी.एफ.आई. के ऐसे देशद्रोही नेताओं पर द्रुत गति न्यायालय में मुकदमे चलाकर उन्हें फांसी की सजा होने के लिए सरकार को प्रयास करना चाहिए !
‘भारत देश स्वतंत्रता मिलने से लेकर विगत ७५ वर्षाें से आतंकवाद का सामना कर रहा है । इस आतंकवाद के कारण प्राणों तथा राष्ट्रीय संपत्ति की अपार हानि हो रही है । आतंकवाद के कारण देश का संपूर्ण वातावरण भी दूषित हो गया है ।
ब्रिटेन, कैनडा तथा अमेरिका देशों के पश्चात अब यदि आस्ट्रेलिया में खालिस्तानी कार्यवाहियां बढती हैं, तो यह भारत के लिए निश्चित रूप से संकटदायी है !
आतंकवादियों के अच्छे अथवा बुरे, ऐसा वर्गीकरण करने का युग समाप्त होना चाहिए । इस प्रकार का वर्गीकरण आतंकवादियों के विरोध में लडने की कटिबद्धता को दुर्बल करता है, ऐसे शब्दों में भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाक को उसका नाम लिए बिना फटकार लगाई ।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है, तभी से खालिस्तानी आतंकवादियों की गतिविधियों में बडी मात्रा में वृद्धि हुई है । यह देखते हुए केंद्र सरकार को अब कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है !