‘तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ के आक्रमण के पश्चात पाकिस्तानी मौलवियों का धार्मिक आदेश !

इस्लामिक स्टेट द्वारा जिस प्रकार लोगों को मारा गया, यदि पाकिस्तानी मौलवी उसे ‘जिहाद’ कहते हैं, जिसका अर्थ ‘पवित्र युद्ध’ है, तो सच्चे इस्लामवादियों को कहना होगा कि यह इस्लाम के साथ विश्वासघात है ।

पाकिस्तान में पुलिस चौकी पर आक्रमण : एक पुलिसकर्मी की मृत्यु !

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के लक्की मारवात जिले के वारगडा पुलिस चौकी पर अज्ञात लोगों द्वारा की गई गोलीबारी में १ पुलिसकर्मी की मृत्यु हो गई और १ अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गया ।

केंद्र सरकार ने आतंकवादी संगठन ‘पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट’ पर प्रतिबंध लगा दिया है !

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त´ पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट´और उसके सहयोगी संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया है ।

पाकिस्तान की सेना अफगानिस्तान में घुसकर ‘तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ पर हवाई आक्रमण

पाकिस्तान ने ५ जनवरी की रात को अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में हवाई आक्रमण किया । इस क्षेत्र में छुपे ‘तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ (टीटीपी) आतंकवादी संगठन के आतंकवादियों को जान से मारने के लिए आक्रमण किया गया ।

केंद्र सरकार की ओर से ‘द रेजिस्टेन्स फ्रंट’ इस आतंकवादी संगठन पर प्रतिबंध

गृह मंत्रालय द्वारा दी जानकारी के अनुसार, टी.आर.एफ. संगठन में युवकों की ऑनलाइन भर्ती कर उन्हें आतंकवादी कार्यवाहियों में सहभागी किया जा रहा था ।

कश्मीर के एजाज अहमद अहंगर को भारत सरकार ने आतंकवादी घोषित किया !

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मूल रूप से कश्मीर के रहने वाले एजाज अहमद अहंगर उपाख्य अबू उस्मान अल-कश्मीरी को आतंकवादी घोषित किया है । कश्मीरियों के अलकायदा से संबंध हैं । वो भारत में इस्लामिक स्टेट को पुन: बढावा देने के प्रयास में हैं ।

राजौरी (जम्मू-कश्मीर) यहां आतंकवादियों द्वारा हिन्दुओं पर आक्रमण : ४ हिन्दू मारे गए !

इससे यही ध्यान में आता है कि जम्मू-कश्मीर में हिन्दू आज भी जिहादी आतंकवादियों से सुरक्षित नहीं हैं । वहां के हिन्दुओं की रक्षा के लिए केंद्र सरकार क्या कदम उठाएगी ?

पाक में ‘तहरिक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ इस आतंकवादी संगठन द्वारा समांतर सरकार घोषित !

पाक ने आतंकवाद को पाला-पोसा । अब यही आतंकवाद उसके अस्तित्व पर आ गया है । उसने जो बोया, वही पैदा हुआ है, ऐसा ही कहना पडेगा !

पीएफआई कराटे सिखाने के नाम पर आतंकवादी प्रशिक्षण केंद्र चला रहा था !

इससे यही समझ में आता है कि कोई एक संगठन पर प्रतिबंध लगाने से वह समाप्त नहीं होता, अपितु उसे उसके विचारों के साथ जड से नष्ट करने की आवश्यकता होती है तथा उसके लिए जानबूझ कर प्रयास करना आवश्यक है !