केरल में पी.एफ.आई. के नेता इस्लामिक स्टेट और अल कायदा के संपर्क में थे !

एन.आई.ए. ने विशेष न्यायालय में दी जानकारी !

तिरुवनंतपुरम् (केरल) – प्रतिबंधित जिहादी संगठन ‘पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ के केरल के नेता इस्लामिक स्टेट और अल कायदा, इन जिहादी आतंकवादी संगठनों के कुछ प्रमुख आतंकवादियों के संपर्क में थे, ऐसी जानकारी राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने विशेष न्यायालय में दी । पी.एफ.आई. पर प्रतिबंध लगाने के उपरांत इन नेताओं को बंदी बनाया गया है । एन.आई.ए. ने इन नेताओं की जांच के लिए अधिक समय मांगा है ।

१. एन.आई.ए. ने न्यायालय में आगे बताया कि, इस्लामिक स्टेट और अल कायदा जैसे आतंकवादी संगठन जहां स्वयं कार्यवाही नहीं कर सकते, वहां भारत के आतंकवादी संगठनों का उपयोग कर कार्यवाही कर रहे हैं । जिहादी आतंकवादी संगठनों के नेताओं से पी.एफ.आई. के नेता संपर्क में थे । इस कारण उनकी गहराई से जांच करना आवश्यक है । पी.एफ.आई. के देशद्रोही कार्यवाहियों के संबंध में महत्वपूर्ण साक्ष्य मिल रहे हैं । जांच में जानकारी मिली है कि, पी.एफ.आई. नेताओं द्वारा सामाजिक माध्यमों का उपयोग कर युवकों को आतंकवादी कार्यवाहियों में सहभागी किया जाता है ।

२. न्यायालय ने एन.आई.ए. की जानकारी सुनने के उपरांत जांच के लिए अधिक समय दिया है । एन.आई.ए. ने अधिक जांच कर आरोपपत्र प्रविष्ट करने के लिए १० दिनों का समय मांगा था , जो दिया गया है ।

३. इस वर्ष २२ सितंबर को देशभर में छापे मारकर पी.एफ.आई. के सैकडों कार्यकर्ताओं को बंदी बनाया गया था । केरल के कोच्ची से १३ लोगों को बंदी बनाया गया था । इसके उपरांत इस संगठन पर प्रतिबंध लगाया गया ।

संपादकीय भूमिका

पी.एफ.आई. के ऐसे देशद्रोही नेताओं पर द्रुत गति न्यायालय में मुकदमे चलाकर उन्हें फांसी की सजा होने के लिए सरकार को प्रयास करना चाहिए !