पर्याप्त उपस्थिति के अभाव में उत्तर प्रदेश के २४० मदरसों की मान्यता रद्द !

धर्मनिरपेक्ष देश में सरकारी धन से मुस्लिमों को धार्मिक शिक्षा देना देश के बहुसंख्यक हिन्दुओं पर अन्याय | स्वतंत्रता के उपरांत अबतक की सर्व सरकारें केवल मतों के लिए हिन्दुओं पर अन्याय कर मुस्लिमों की चापलूसी कर रही हैं ! यह चित्र परिवर्तित होना आवश्यक है !

अयोध्‍या को विश्‍व का सबसे बडा धार्मिक पर्यटन केन्‍द्र बनाने के लिए ३२ हजार करोड की परियोजना !

अयोध्‍या को केवल धार्मिक पर्यटन की दृष्‍टि से विकसित न करते हुए यह हिन्‍दू धर्म की शिक्षा प्राप्‍त करने का विश्‍व स्‍तरीय केन्‍द्र हो, इसके लिए केन्‍द्र तथा राज्‍य सरकार को प्रयास करने चाहिए !

धार्मिक ग्रंथों का अपमान करना अपराध है, ऐसा कानून बनाएं !

उत्तर प्रदेश विधायक डॉ. राजेश्‍वर सिंह का केंद्रीय कानून मंत्री तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से अनुरोध

(और इनकी सुनिए…) ‘पुरस्कार देकर योगी आदित्यनाथ शिक्षिका का सम्मान करेंगे !’ – असदुद्दीन ओवैसी की आलोचना

शिक्षिका के कहने पर अन्य छात्रों द्वारा मुस्लिम छात्र को पीटने का प्रकरण

योगी तथा संन्यासी मुझसे अल्प आयु के रहेंगे, तो भी उनके पैर छूकर मैं आशीर्वाद लूंगा, यह मेरी आदत है !

हिन्दु धर्म परंपरानुसार वयोवृद्ध, ज्ञानवृद्ध, तपोवृद्ध आदि के पैर छूना तथा उनका आदर करना चाहिए । किंतु कोई भी उसका पालन नहीं करता । यदि कोई उसका पालन करता है, तो निधर्मीवादी, पुरो (अधो))गामी तथा धर्मद्रोहियों के पेट में दर्द होना स्वाभाविक बात है; किंतु रजनीकांत ने ऐसे लोगों को उनकी पात्रता उनके ही उ‌‌त्तर में बता दी !

मुस्लिम समुदाय को इस ऐतिहासिक चूक को स्वीकार कर लेना चाहिए !

उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट कथन !
ज्ञानवापी में त्रिशूल क्यों ? यह प्रश्न भी पूछा !

(और इनकी सुनिए…) ‘योगी आदित्यनाथ को लगेगा, तो वे ज्ञानवापी पर बुलडोजर चलाएंगे !’ – असदुद्दीन ओवैसी

औरंगजेब और अन्य मुसलमान आक्रमणकारियों ने कुछ शतकों पूर्व हिन्दुओं के मंदिरों पर आघात कर उन्हें गिराया और वहां मस्जिदों का निर्माण किया, यह इतिहास ओवैसी क्यों नहीं बताते और क्यों नहीं स्वीकार करते ?

‘गीता प्रेस’ केवल मुद्रणालय नहीं, अपितु आस्था का केंद्र ! – प्रधानमंत्री मोदी

जहां गीता है, वहां भगवान श्रीकृष्ण हैं । जहां गीता है, वहां ज्ञान है । ज्ञान हो, तो बोध होगा तथा बोध होगा, तो शोध होगा ।’’ गीता प्रेस के शताब्दी महोत्सव के समापन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी सम्मिलित हुए । उसमें उपस्थित लोगों का मार्गदर्शन करते हुए वे ऐसा बोल रहे थे ।

(और इनकी सुनिए…) ‘भारत में शरिया शासन लागू हो !’ – मौलाना तौकीर अहमद

सीधे प्रधानमंत्री एवं एक राज्य के हिन्दुत्वनिष्ठ मुख्यमंत्री को इस्लाम स्वीकार करने का निमंत्रण देने का साहस दिखानेवाले मौलाना, सामान्य हिन्दुओं का बलपूर्वक धर्मांतरण नहीं करते होंगे, क्या ऐसा हम कह सकते हैं ? इसकी भी जांच होनी चाहिए !

योगी आदित्यनाथ को फ्रांस भेजने पर २४ घंटे में सब कुछ ठीक हो जाएगा !

फ्रांस में हुई हिंसा पर यूरोप के एक ईसाई डॉ. की मांग !