दमोह (मध्य प्रदेश) में धर्मांध ससुर ने बहु पर किया बलात्कार !

अन्य समय, शरिया कानून को मान्यता देने की मांग करनेवाले, ऐसी घटनाओं के सन्दर्भ में आरोपी को शरिया कानून के अनुसार हाथ-पांव तोडकर एवं चौक में बांधकर उसे पत्थर मारकर उसे समझाने की मांग नहीं करते; ये ध्यान में रखें !

मुसलमान बहुल भागों में, हिन्दू के घर में घुसकर मारपीट !

उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए, मुसलमान बहुल भागों के हिन्दू असुरक्षित न रहें ; यह हिन्दुओं की अपेक्षा है !

पाकिस्तान में अपहरण का विरोध करने के कारण, सार्वजनिक मार्ग पर हिन्दू महिला की गोली मारकर हत्या !

विभाजन के समय से, पाकिस्तान में हिन्दुओं की जनसंख्या का अनुपात २२% से घटकर ३% हो गया है । कोई इसका उल्लेख नहीं करता । यह दिखावटी धर्मनिरपेक्षतावादी मानव अधिकार संगठनों का पाखंड है !

सुपौल (बिहार) में धर्मांध मुखिया और उसके सहयोगी द्वारा एक घर में घुसकर लडकी के साथ छेडछाड करने का प्रयास !

बिहार पुनः एकबार जंगलराज की दिशा में अग्रसर हो रहा है, इससे यही दिखाई देता है !

बांग्लादेशी हिन्दुओं के वंशविच्छेद पर अभी तक चलचित्र क्यों नहीं ? – तस्लीमा नसरीन

उन्होंने कहा, कि कश्मीरी हिन्दुओं को कश्मीर में रहने का संपूर्ण अधिकार मिलना आवश्यक है ।

त्रिपुरा में महिलाओं द्वारा की गई मार-धाड में, बलात्कार का प्रयत्न करनेवाले वासनांध की मृत्यु !

विधि-विधान हाथ में लेकर, वासनांध को शिक्षा देने की वृत्ति समाज में बढी होगी तो, इसका उत्तरदायी कौन है ?

बिजनौर (उत्तरप्रदेश) में महाविद्यालय के बाहर बुरखा पहनकर लडकियों का बलात्कार करने वाले धर्मांध को हिरासत में लिया

इस घटना के बाद बुरखे का प्रयोग आतंकवादी कार्यवाहियों, गुंडागर्दी और अब लडकियों को छेडने के लिए किए जाने का उजागर होने के बाद अब तो देश में सार्वजनिक स्थानों पर बुरखे पर प्रतिबंध लगाना चाहिए !

काश्मिरी हिन्दुओं के नरसंहार की घोर यातना विश्‍व को समझना अत्यंत आवश्यक है !

आज इतने लंबे समय के उपरांत प्रसिद्ध दिग्दर्शक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने द कश्मीर फाइल्स चलचित्र के माध्यम से अत्याचारियों को विश्‍व के पर्दे पर दिखाने का प्रशंसनीय प्रयत्न किया है ।ं

पाक में ८२ प्रतिशत लडकियों पर परिवार के सदस्यों द्वारा बलात्कार होते हैं ! – पाकिस्तानी महिला अधिवक्ता

पाक एवं अन्य इस्लामी देशों में लडकियां छोटी आयु से ही हिजाब, बुरका आदि पहनती हैं । ‘ऐसा होते हुए भी वहां बलात्कार की मात्रा अधिक क्यों ?’, क्या इस प्रश्न का उत्तर भारत में मुसलमान महिलाओं को हिजाब डालने का समर्थन करनेवाले देंगे ?

देश की युवा पीढी को गर्त में ले जानेवाले ‘वेलेंटाइन डे’ पर रोक लगाने हेतु सरकार ठोस कदम उठाए ! – राष्ट्रप्रेमियों की मांग

पूरे विश्व में सर्वाधिक युवाशक्ति भारत में है । किंतु कई वर्षों से १४ फरवरी ‘वेलेंटाइन डे’ के रूप मे मनाने की पाश्चात्यों की कुप्रथा भारत में भी प्रचलित हो गई है । व्यावसायिक लाभ के लिए प्रेम के नाम पर पाश्चात्यों की इस विकृत संकल्पना के कारण युवा पीढी भोगवाद और अनैतिकता की गर्त में जा रही है ।